जय जय हो गणेश काटो हमरे कलेश भजन लिरिक्स

भगवान गणेश जी को संकटहर्ता और मंगलकर्ता कहा जाता है। वे भक्तों के सभी कष्टों को हर लेते हैं और उनके जीवन में सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं। भजन जय जय हो गणेश, काटो हमरे कलेश इसी भाव को प्रकट करता है, जिसमें भक्त अपने प्रिय विघ्नहर्ता से विनती करते हैं कि वे उनके जीवन के सभी दुखों और बाधाओं को दूर करें। इस भक्तिमय भजन को पढ़कर और गाकर गणपति बप्पा की कृपा प्राप्त करें।

Jay Jay Ho Ganesh Kato Hamare Kalesh

जय जय हो गणेश,
काटो हमरे कलेश,
आयीं शरण तिहारी बलिहारी हो,
जय गणपति विजय हमारी हो।1।

जो कोई तेरी करें आरती,
मनवांछित फल पावे,
लम्बोदर तुम सबसे पहले,
उस का काम बनावे,
जय गिरजा के लाल,
काटो हमरे कलेश,
आयीं शरण तिहारी बलिहारी हो,
जय गणपति विजय हमारी हो।2।

रिद्धि-सिद्धि के आप है दाता,
जग के पालनहारी,
कदम्ब तुम्हारी होती पूजा,
आये शरण तिहारी,
जय गिरजा के लाल,
काटो हमरे कलेश,
आयीं शरण तिहारी बलिहारी हो,
जय गणपति विजय हमारी हो।3।

गोल-गोल मोदक के लड्डू,
तुम को भोग लगाते,
लम्बोदर तुम सबसे पहले,
उस का काम बनाते,
रिद्धि-सिद्धि के आप है दाता,
जग के पालनहारी,
कदम्ब तुम्हारी होती पूजा,
आये शरण तिहारी,
जय गिरजा के लाल,
काटो हमरे कलेश,
आयीं शरण तिहारी बलिहारी हो,
जय गणपति विजय हमारी हो।4।

सिद्धविजय गजानन का,
यहाँ गूंज रहा है नारा,
नर और नारी मिलकर बाबा,
बोले जय जय कारा,
रिद्धि-सिद्धि के आप है दाता,
जग के पालनहारी,
कदम्ब तुम्हारी होती पूजा,
आये शरण तिहारी,
जय गिरजा के लाल,
काटो हमरे कलेश,
आयीं शरण तिहारी बलिहारी हो,
जय गणपति विजय हमारी हो।5।

ओ तेरी तुण्ड तुण्डाला,
तेरी सूण्ड सुंडाला,
तेरी मोहनी मूरत बड़ी न्यारी हो,
जय गणपति विजय हमारी हो।6।

जय जय हो गणेश,
काटो हमरे कलेश,
आयीं शरण तिहारी बलिहारी हो,
जय गणपति विजय हमारी हो।7।

भगवान गणेश जी के भजन हमारे मन और आत्मा को शुद्ध करते हैं। उनकी महिमा का गुणगान करने से भक्तों के जीवन में नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार होता है। यदि यह भजन आपको भक्तिरस में डुबो गया हो, तो आ गए गणपति खुशियां मनाइये, मोरे अंगना गजानंद आए री, आओ आओ गजानंद हम तुम्हे बुलाते हैं और गणपति आज पधारो श्री राम जी की धुन में जैसे अन्य गणेश भजनों का पाठ करें और अपनी भक्ति को और अधिक प्रगाढ़ करें। गणपति बप्पा मोरया!

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