जय गणपति वंदना गणेश जी भजन लिरिक्स

भगवान गणेश की वंदना करने से हर कार्य सिद्ध होता है और जीवन की बाधाएं दूर होती हैं। गणपति बप्पा का स्मरण मात्र करने से ही भक्तों को सुख, समृद्धि और शांति का आशीर्वाद मिलता है। जय गणपति वंदना भजन में हम विघ्नहर्ता गणेश जी की महिमा का गुणगान कर रहे हैं, जो हर भक्त की पुकार सुनकर कृपा बरसाते हैं। आइए, इस भक्तिमय भजन के माध्यम से गणपति जी की आराधना करें और उनकी दिव्य कृपा प्राप्त करें।

Jay Ganpati Vandna – Ganesh Ji Bhajan Lyrics

जय गणपति है रम्ब गजानन,
गं गणपति गजमुख विघ्नेश्वर,
जय गणपति वंदना,
जय गणपति वँदना,
एक दंत गज कर्ण कहावै,
एक दंत गज कर्ण कहावै,
व्यास मुनि उनसे ही लिखावे,
व्यास मुनि उनसे ही लिखावे,
भष्म करो वासना,
जय गणपति वँदना,
जय गणपति वँदना।1।

रिद्धि सिद्धि के नाथ निरंजन,
रिद्धि सिद्धि के नाथ निरंजन,
आप हो दाता पर दुःख भंजन,
आप हो दाता पर दुःख भंजन,
प्रथम पूजा सब काज सुधारे,
प्रथम पूजा सब काज सुधारे,
मंगलमय कामना,
जय गणपति वँदना,
जय गणपति वँदना।2।

आप चतुर्भुज विघ्न विनाशक,
आप चतुर्भुज विघ्न विनाशक,
उमि आसुत हो हे गणनायक,
उमि आसुत हो हे गणनायक,
द्वादस नामा अति अभिरामा,
द्वादस नामा अति अभिरामा,
दस दिस है नामना,
जय गणपति वँदना,
जय गणपति वँदना।3।

एक दंत गज कर्ण कहावै,
एक दंत गज कर्ण कहावै,
व्यास मुनि उनसे ही लीखावै,
व्यास मुनि उनसे ही लीखावै,
भष्म करो वासना,
जय गणपति वँदना,
जय गणपति वँदना।4।

जय गणपति है रम्ब गजानन,
गं गणपति गजमुख विघ्नेश्वर,
जय गणपति वंदना,
जय गणपति वँदना,
एक दंत गज कर्ण कहावै,
एक दंत गज कर्ण कहावै,
व्यास मुनि उनसे ही लिखावे,
व्यास मुनि उनसे ही लिखावे,
भष्म करो वासना,
जय गणपति वँदना,
जय गणपति वँदना।5।

भगवान गणेश की महिमा अपार है, उनकी भक्ति से हर संकट टल जाता है और जीवन में मंगल कार्य संपन्न होते हैं। यदि यह भजन आपको भक्तिभाव से भर दे, तो गजानंद बेगा आओ साथ रिद्धि सिद्धि ने ल्याओ, शिव गौरी पुत्र गणेश प्रथम प्रणाम करो, गजानन प्रभु तुझको आना पड़ेगा और गणपत को मनाते हैं पहले जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और गणेश जी का आशीर्वाद प्राप्त करें। गणपति बप्पा मोरया!

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