गिरिजा के छैया गणपति तुम्हे पुकारूँ लिरिक्स

भगवान गणेश की महिमा अपार है, वे माता पार्वती के लाल और समस्त विघ्नों के नाशक हैं। “गिरिजा के छैया गणपति तुम्हे पुकारूँ” भजन में भक्त अपनी पुकार गणपति बप्पा तक पहुंचाता है और उनसे कृपा बरसाने की विनती करता है। यह भजन मन को शांति और आत्मा को भक्ति से सराबोर कर देता है। इसे करें और गणेशजी की कृपा प्राप्त करें।

Girija Ke Chhaiya Ganpati Tumhe Pukaru Lyrics

गिरिजा के छैया,
गणपति तुम्हे पुकारूँ,
पूजूं मैं तुम्हे,
आरती तेरी उतारूँ,
गिरिजा के छैंया।।

पान फूल मेवा से,
चरणों की सेवा से,
प्रथम तुम्हे पूजूं,
मैं छवि चित धारण,
गिरिजा के छैंया,
गणपति तुम्हे पुकारूँ,
गिरिजा के छैंया।।

देव दुष्ट हन्ता हो,
जगत के नियंता हो,
शरण आऊं आपकी,
मैं पइयाँ पखारूँ,
गिरिजा के छैंया,
गणपति तुम्हे पुकारूँ,
गिरिजा के छैंया।।

रिद्धि सिद्धि दाता हो,
ज्ञान के विधाता हो,
हर लो दुःख देवा,
आशा से तुम्हे निहारूं,
गिरिजा के छैंया,
गणपति तुम्हे पुकारूँ,
गिरिजा के छैंया।।

गिरिजा के छैया,
गणपति तुम्हे पुकारूँ,
पूजूं मैं तुम्हे,
आरती तेरी उतारूँ,
गिरिजा के छैंया।।

गणपति बप्पा की आराधना करने से जीवन में हर बाधा दूर होती है और मन को एक नई ऊर्जा प्राप्त होती है। जब भक्त सच्चे मन से बप्पा को पुकारता है, तो वे अवश्य उसकी प्रार्थना सुनते हैं। अगर यह भजन आपको भक्तिरस में डूबो गया हो, तो “गणपति के गुण गाते चलो”, “रिद्धि सिद्धि दातार तुमसे गए देवता हार”, “गजानंद गौरी जी के लाला मेरी महफिल में आ जाना”, “गौरी के पुत्र गणेश जी मेरे घर में पधारो” जैसे अन्य भजनों को भी करें और गणपति बप्पा की असीम कृपा प्राप्त करें। गणपति बप्पा मोरया! 🚩🙏

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