गणपति राखो मेरी लाज पूरण कीजो मेरे काज भजन लिरिक्स

भगवान गणेश जी संकटों का नाश करने वाले और भक्तों की लाज रखने वाले देवता हैं। जब कोई भक्त पूर्ण श्रद्धा से बप्पा का आह्वान करता है, तो वे उसकी हर मनोकामना पूरी करते हैं। गणपति राखो मेरी लाज, पूरण कीजो मेरे काज भजन इसी अनन्य विश्वास और समर्पण को व्यक्त करता है। इसके भावपूर्ण शब्द हमें गणपति बप्पा की कृपा पर अटूट श्रद्धा बनाए रखने की प्रेरणा देते हैं।

Ganapati Rakho Meri Laj Puran Kijo Mere Kaj

श्लोक
जय गणेश, गणनाथ दयानिधि, सकल विघन,
कर दूर हमारे, मम वंदन स्वीकार करो प्रभु जी,
चरण शरण हम , आये तुम्हारी,
जय गणेश, गणनाथ दयानिधि।

गणपति राखो मेरी लाज,
पूरण कीजो मेरे काज।1।

सदा रहे खुशहाल गणपति लाल,
जो प्रथमे तुम्हे धियावे,
रिध्धि सिद्धि के दाता ओ भाग्यविधाता,
वो सबकुछ तुमसे पाये।
विनती सुणलो मेरी आज,
गणपती राखो मेरी लाज,
पूरण कीजो मेरे काज।2।

कभी ना टूटे आस मेरा विश्वास,
मैं आया शरण तुम्हारी,
हे शम्भू के लाल प्रभु किरपाल,
हे तेरी महिमा न्यारी,
तेरे दया का मैं मोहताज,
गणपती राखो मेरी लाज,
पूरण कीजो मेरे काज।3।

जिसके सर पे हाथ तेरा हो नाथ,
उसे फिर कैसा डर है,
जपे जो तेरा नाम सुबह और शाम,
तो उसका नाम अमर है,
सब देवो के तुम सरताज,
गणपती राखो मेरी लाज,
पूरण कीजो मेरे काज।4।

गणपति बप्पा सच्चे भक्तों की प्रार्थना को कभी अनसुना नहीं करते और उनकी हर इच्छा पूरी करते हैं। गणपति राखो मेरी लाज, पूरण कीजो मेरे काज भजन हमें उनकी असीम कृपा का अनुभव कराता है और भक्ति की राह पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। यदि आप गणेश जी के और भी भजनों का आनंद लेना चाहते हैं, तो ओ गणनायक महाराज, सुमिरा जोड़ू दोनों हाथ, रमक झमक कर आवो गजानन, गजानंद तुम्हारे चरणों में एक प्रेम पुजारी आया है, झूला झूले हो गजानंद झूलना जैसे भजनों को भी पढ़ें और गणपति बप्पा की भक्ति में लीन हों।

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