गणनायक राजा राखो सभा में म्हारो मान भजन लिरिक्स

“गणनायक राजा राखो सभा में म्हारो मान” भजन में भगवान गणेश से प्रार्थना की जाती है कि वे अपनी कृपा से हमारे जीवन में प्रतिष्ठा और सम्मान लाएं। यह भजन भक्तों के दिलों में भगवान गणेश के प्रति श्रद्धा और भक्ति को प्रकट करता है, साथ ही उनकी महिमा का गुणगान करता है। इस भजन के माध्यम से हम भगवान गणेश से यह विनती करते हैं कि वे हमारी सभा में आएं और हमें उनके आशीर्वाद से प्रतिष्ठित करें। इस भजन में गणेश जी के राजसी रूप की पूजा की गई है और उनकी महानता का बखान किया गया है।

Gananayak Raja Rakho Sabha Me Mharo Man Bhajan Lyrics

दोहा –
प्रथम सिमरू शारदा,
गुरुचरण सिर नाय,
गजानंद आनंद सहित,
हृदय बिराजो आए।

गणनायक राजा,
राखो सभा में म्हारो मान।।

प्रथम याचना कीनी थांसू,
शरणो लीनो आन,
रणतभंवर गढ़ आप बिराजो,
दुनिया धरे थारो ध्यान जी,
गण नायक राजा,
राखो सभा में म्हारो मान।।

पढ़ा-लिखा मैं ऐसा नाही,
ना कोई दूजा ज्ञान,
कर में कलम रुक गई मेरे,
आप करो कल्याण जी,
गण नायक राजा,
राखो सभा में म्हारो मान।।

शिव योगी के पुत्र लाडले,
जिनके अद्भुत भाल,
मूसे ऊपर करो सवारी,
पार्वती के लाल जी,
गण नायक राजा,
राखो सभा में म्हारो मान।।

रिसड़ा मंडल अरदास करत है,
चरणों में उबा आए,
हृदय माय करो उजियारो,
हरदम उपजे ज्ञान,
गण नायक राजा,
राखो सभा में म्हारो मान।।

गणनायक राजा राखो सभा में म्हारो मान भजन में भगवान गणेश से प्रार्थना की जाती है कि वे अपने आशीर्वाद से हमारे सम्मान और प्रतिष्ठा को बनाए रखें। इस भजन के द्वारा हम भगवान गणेश के अन्य भजनों जैसे “गणपति बप्पा मोरया”, “गणराज के चरणों में मेरा बार बार वंदन”, और “गजानन आ जाओ एक बार सभा में” को याद करते हुए उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्ति की कामना करते हैं। गणेश जी का आशीर्वाद हर क्षेत्र में सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है। गणपति बप्पा मोरया!

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