भगवान गणेश जी की कृपा अपार है, और जो भक्त सच्चे मन से उनका स्मरण करता है, उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है। गजमुख धारी, जिसने तेरा सच्चे मन से जाप किया भजन इसी अटूट विश्वास और समर्पण को दर्शाता है। यह भजन हमें सिखाता है कि बप्पा की भक्ति में लीन होकर हम अपने जीवन के समस्त विघ्नों को दूर कर सकते हैं और सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
Gajmukh Dhari Jisane Tera Sache Man Se Jap Kiya Lyrics
गजमुख धारी जिसने तेरा,
सच्चे मन से जाप किया,
ऐसे पुजारी का स्वयं तुमने,
ऐसे पुजारी का स्वयं तुमने,
सिध्द मनोरथ आप किया,
गजमुख धारी जिसनें तेरा,
सच्चे मन से जाप किया।1।
तुझ चरणों की ओर लगन से,
जो साधक बढ़ जाता है,
सौ क़दम तु चलके दाता,
उसको गले लगाता है,
अंतरमन के भाव समझ के, २
काज सदा चुपचाप किया,
गजमुख धारी जिसनें तेरा,
सच्चे मन से जाप किया।2।
द्वार तुम्हारे द्रढ़ विश्वासी,
जब भी झुक कर रोता है,
उसके घर मे मंगल महके,
कभी अनिष्ट ना होता है,
उसके जीवन से प्रभु तुमने, २
दुर है दुख संताप किया,
गजमुख धारी जिसनें तेरा,
सच्चे मन से जाप किया।3।
आदि अनादि जड़ चेतन ये,
सब तेरे अधिकार मे है,
तुने बनाया तुने रचाया,
जो कुछ भी संसार मे है,
तेरी इच्छा से ही हमने, २
पुण्य किया या पाप किया,
गजमुख धारी जिसनें तेरा,
सच्चे मन से जाप किया।4।
गजमुख धारी जिसने तेरा,
सच्चे मन से जाप किया,
ऐसे पुजारी का स्वयं तुमने,
ऐसे पुजारी का स्वयं तुमने,
सिध्द मनोरथ आप किया,
गजमुख धारी जिसनें तेरा,
सच्चे मन से जाप किया।5।
गणपति बप्पा अपने भक्तों की सच्ची श्रद्धा को स्वीकार करते हैं और उन पर अपनी कृपा बरसाते हैं। गजमुख धारी, जिसने तेरा सच्चे मन से जाप किया भजन हमें भक्ति और विश्वास की राह पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। यदि आप गणेश जी के और भी भजनों की भक्ति में रमना चाहते हैं, तो मेरे मन मंदिर में तुम भगवान रहे, देवा हो देवा गणपति देवा, तुमसे बढ़कर कौन, रिद्धि सिद्धि के दाता, सुनो गणपति, जय गणेश देवा, माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा जैसे भजनों को भी पढ़ें और बप्पा की कृपा का अनुभव करें।

मैं रोहन पंडित, एक श्रद्धालु और हरिद्वार के एक शिव मंदिर में पुजारी हूँ। मैं भक्तों को आरती, मंत्र, चालीसा, स्तोत्र और भजनों की विस्तृत जानकारी अपने वेबसाइट के माध्यम से प्रदान करता हूँ, साथ ही उन्हें पीडीएफ में उपलब्ध कराता हूँ। View Profile 🙏🚩