गजानंद जी ने ल्यावो रे मनाय वारी जाऊं चरणन में लिरिक्स

गजानंद जी ने ल्यावो रे, मनाय वारी जाऊं चरणन में भजन भक्त की अटूट श्रद्धा और प्रेम को दर्शाता है। इस भजन के माध्यम से भक्त अपने आराध्य भगवान गणेश जी को प्रेमपूर्वक आमंत्रित करता है और उनके चरणों में अपना समर्पण प्रकट करता है। जब कोई भक्त सच्चे मन से गणपति बप्पा की वंदना करता है, तो उसकी सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं और जीवन मंगलमय हो जाता है।

Gajanand Ji Ne Lyavo Re Manay Wari Jaun Charan Me

गजानंद जी ने,
ल्यावो रे मनाय,
वारी जाऊं चरणन में,
चरणन में देवा चरणन में,
गजानँद जी ने,
ल्यावो रे मनाय,
वारी जाऊं चरणन में।1।

सूंड सुंडाला दुंद दूण्डाला,
म्हारी सभा में रंग बरसाय,
वारी जाऊं चरणन में,
गजानँद जी ने,
ल्यावो रे मनाय,
वारी जाऊं चरणन में।2।

पार्वती रा पुत्र हो प्यारा,
शिव शंकर रा राज दुलार,
वारी जाऊं चरणन में,
गजानँद जी ने,
ल्यावो रे मनाय,
वारी जाऊं चरणन में।3।

चढ़न चढ़ावा चूरमो,
थारे लड्डुवन रो भोग लगाय,
वारी जाऊं चरणन में,
गजानँद जी ने,
ल्यावो रे मनाय,
वारी जाऊं चरणन में।4।

रणत भवन स्यूं आवो गजानंद,
रिद्धि सिद्धि ने संग में लाय,
वारी जाऊं चरणन में,
गजानँद जी ने,
ल्यावो रे मनाय,
वारी जाऊं चरणन में।5।

गजानंद जी ने,
ल्यावो रे मनाय,
वारी जाऊं चरणन में,
चरणन में देवा चरणन में,
गजानँद जी ने,
ल्यावो रे मनाय,
वारी जाऊं चरणन में।6।

“गजानंद जी ने ल्यावो रे, मनाय वारी जाऊं चरणन में भजन भगवान गणेश जी की कृपा का सजीव अनुभव कराता है, जो भक्तों के कष्ट हरकर उन्हें सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं। गणपति बप्पा का स्मरण करने मात्र से ही सभी विघ्न समाप्त हो जाते हैं और हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है। यदि यह भजन आपके हृदय को भक्ति से भर चुका है, तो जय गणेश जय मेरे देवा, पहले गजानन तुमको नमन, गणपति के गुण गाते चलो और सिद्धियों के लिए श्री गजानंद की वंदना कर रहे हैं हम जैसे अन्य भजनों को भी करें और गणेश जी की कृपा प्राप्त करें। गणपति बप्पा मोरया!

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