भा गया मुझे द्वार तुम्हारा आया हाथ को जोड़ के

भगवान गणेश जी का दरबार भक्तों के लिए हमेशा खुला रहता है। जब कोई सच्चे मन से बप्पा के द्वार पर आता है, तो वे उसे अपनी कृपा से नवाजते हैं। भा गया मुझे द्वार तुम्हारा आया हाथ को जोड़ के भजन में एक भक्त की गहरी श्रद्धा और प्रेम झलकता है, जब वह गणपति बप्पा के द्वार पर हाथ जोड़कर खड़ा होता है, उनकी कृपा की कामना करता है। तो आइए, इस भक्तिमय भजन को करें और बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त करें।

Bhaa Gya Mujhe Dwar Tumhara Aaya Hath Ko Jod Ke

भा गया मुझे द्वार तुम्हारा,
आया हाथ को जोड़ के,
गौरी सुत गणराज पधारों,
बीच सभा सब छोड़ के।।

द्वार तुम्हारे लेने आया,
कीर्तन में अब रस भरदो,
मैंने सब भक्तों को बोला,
गणपति जी की जय बोलो,
सब उठाए हाथो को अपने,
दोनों हाथ को जोड़ के,
गौरी सुत गणराज पधारों,
बीच सभा सब छोड़ के।।

शिव गौरा के तुम गणेशा,
इतना मुझे भी बता दो तुम,
कैसे तुम को सब रिझाते,
वैसा मुझे बता दो तुम,
अबकी नम्बर मेरा आया,
स्वागत करू सब छोड़ कर,
गौरी सुत गणराज पधारों,
बीच सभा सब छोड़ के।।

करदो तुम अरदास गौरा को,
कीर्तन में शिव गौरा आएंगे,
चौखट पे तेरी आने वाले,
सब दिन मौज उड़ाएगे,
कीर्तन में अब बरसेगा रस,
कीर्तन में आओ सब छोड़ के,
गौरी सुत गणराज पधारों,
बीच सभा सब छोड़ के।।

मै ना जानू पूजा थारी,
आस लगाए थारे कीर्तन में,
दर्शन देने आओ देवा,
मेरा सब कुछ अर्पण है,
नाम करा दे इस ललित का,
भरी सभा के बीच में,
गौरी सुत गणराज पधारों,
बीच सभा सब छोड़ के।।

भा गया मुझे द्वार तुम्हारा,
आया हाथ को जोड़ के,
गौरी सुत गणराज पधारों,
बीच सभा सब छोड़ के।।

गणेश जी का द्वार भक्तों के लिए आस्था और विश्वास का प्रतीक है। जो भी प्रेमपूर्वक उनकी आराधना करता है, वे उसे विघ्नों से मुक्त कर देते हैं और जीवन को सुख-समृद्धि से भर देते हैं। गणपति बप्पा की भक्ति को और गहराई से अनुभव करने के लिए “जय गणेश जय गणेश देवा”, “गौरी गणेश मनाऊं आज सुध लीजे हमारी”, “गजानन आओ पधारो म्हारे आंगणे” जैसे अन्य भक्तिमय भजनों को भी करें और अपनी भक्ति को प्रगाढ़ बनाएं। 🚩🙏

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