आजो जी आजो थे पार्वती रा ललना भजन लिरिक्स

भगवान गणेश जी को प्रेम से बुलाने पर वे अपने भक्तों की पुकार अवश्य सुनते हैं। भजन आजो जी आजो थे पार्वती रा ललना में भक्तों की यही भावना व्यक्त होती है, जब वे अपने आराध्य गणराज से आग्रह करते हैं कि वे शीघ्र पधारें और अपने दर्शन देकर जीवन को धन्य करें। इस भजन के मधुर शब्द और भक्तिमय भाव मन को शांत और हृदय को आनंदित कर देते हैं। आइए, इस भजन के माध्यम से हम भी श्री गणेश जी का स्मरण करें और उनकी कृपा प्राप्त करें।

Aajo Ji Aajo The Parvati Ra Lalana

आजो जी आजो थे पार्वती रा ललना,
गजानंद थारो ध्यान धरा,
थारो ध्यान धरा,
म्हारे घर आजो जी,
आजो जी आजो थे पार्वती रा ललना।1।

थे आजो रिद्धि सिद्धि,
सागे ल्याजो जी,
सबसु पहला सुमिरा सिद्ध,
करा सब काज जी,
आओ भक्ता रा प्रतिपाला जी,
आओ भक्ता रा प्रतिपाला जी,
थारो गुणगान करा,
आजो जी आजो थे पार्वती रा ललना।2।

पिता है थारा महादेव जी,
पार्वती राखे प्यारा,
थे म्हारी नैना री ज्योति,
थासु जग उजियारा,
दीजो सगळा संकट टाल जी,
दीजो सगळा संकट टाल जी,
थारो सम्मान म्हे करा,
आजो जी आजो थे पार्वती रा ललना।3।

आजो जी आजो थे पार्वती रा ललना,
गजानंद थारो ध्यान धरा,
थारो ध्यान धरा,
म्हारे घर आजो जी,
आजो जी आजो थे पार्वती रा ललना।4।

गणपति बप्पा की महिमा अपरंपार है। उनके भजन गाने और पढ़ने से हर मनोकामना पूर्ण होती है और जीवन में शुभता का आगमन होता है। यदि आपको यह भजन भक्ति रस में डुबो गया, तो गणपति आज पधारो श्री राम जी की धुन में, बेगा बेगा आओ गणराज उड़िके टाबरिया, मोरे अंगना गजानंद आए री और गजानंद स्वामी कर दो करम जैसे अन्य भजनों का पाठ करें और अपनी भक्ति को और प्रगाढ़ करें। गणपति बप्पा मोरया!

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