Ganesh Ji Ke Bhajan Likhe Hue | गणेश जी के भजन लिखे हुए

गणेश जी के भजन लिखे हुए प्राप्त होने अब बहुत ही आसान हो गया है। यह एक अद्भुत संग्रह है, जिसमें भगवान गणेश की महिमा और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विभिन्न भजनों का उल्लेख किया गया है। शुद्ध और सरल भाषा में इन Ganesh Ji Ke Bhajan Likhe Hue होने के कारण इसे कोई भी आसानी से पढ़ सकता है, और भजनो को कर सकता है। इन भजनो में गणेश जी के रूपों और शक्तियों का वर्णन किया गया है, जिससे भक्तों को मानसिक शांति और समृद्धि प्राप्त होती है।

यह भजन विशेष रूप से उनके भक्तों के दिलों को छूते हैं, क्योंकि ये भजन न केवल धार्मिकता का प्रतीक हैं, बल्कि इनकी मधुर ध्वनि से जीवन में सकारात्मकता और सुख-शांति का अहसास होता है। जब इन भजनों का गायन होता है, तो वातावरण में भगवान गणेश की उपस्थिति का अहसास होता है। यह हमने लिखे हुए विभिन्न भजनो को नीचे आपके लिए उपलब्ध कराया है-

घर में पधारो गजानन जी मेरे घर में पधारो

घर में पधारो गजानन जी मेरे घर में पधारो,
रिद्धि सिद्धि लेके आओ गणराजा मेरे घर में पधारो

राम जी आना लक्ष्मण जी आना,
संग में लाना सीता मैया।
मेरे घर में पधारो घर में पधारो गजानन जी…

ब्रम्हा जी आना विष्णु जी आना,
भोले शंकर जी को ले आना।
मेरे घर में पधारो घर में पधारो गजानन जी…

लक्ष्मी जी आना गौरी जी आना,
सरस्वती मैया को ले आना।
मेरे घर में पधारो घर में पधारो गजानन जी…

विघन को हरना मंगल करना,
कारज शुभ कर जाना।
मेरे घर में पधारो घर में पधारो गजानन जी…

रिद्धि सिद्धि के दाता सुनो गणपति

रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति
आपकी मेहरबानी हमें चाहिये।
पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका
लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये।
रिध्दि सिद्धि के दाता सुणो गणपति

रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति
आपकी मेहरबानी हमें चाहिये।
पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका
लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये।
रिध्दि सिद्धि के दाता सुणो गणपति

सर झुकाता हूँ चरणों मे सुन लीजिये
आज बिगड़ी हमारी बना लीजिये।
ना तमन्ना है धन की ना सर ताज की,
तेरे चरणों की सेवा हमें चाहिये।
रिध्दि सिद्धि के दाता सुणो गणपति…

तेरी भक्ति का दील मे नशा चूर हो
बस आँखो मे बाबा तेरा नूर हो।
कण्ठ पे शारदा माँ हमेशा रहे
रिध्धि सिद्धि का वर ही हमें चाहिये।
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति…

सारे देवों मे गुणवान दाता हो तुम
सारे वेदों मे ज्ञानो के ज्ञाता हो तुम।
ज्ञान देदो भजन गीत गाते रहे
बस यही ज़िन्दगानी हमें चाहिये।
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति…

रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति
आपकी मेहरबानी हमें चाहिये।
पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका
लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये।
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो…

मोरया रे बाप्पा मोरिया रे

गणपति बाप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया ,
मोरया रे बाप्पा मोरया रे…

गणपति बाप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया ,
बाप्पा बाप्पा मोरया, मोरया रे बाप्पा मोरया रे

स्वामी त्रिकाल का करता, तू सुखदाता दुखहरता
मंगल मूर्ति मोरया, सब में तेरा मन रमता
जग में जहा जहा जाऊ, तेरा रूप वहा पाऊ
मंगल मूर्ति मोरया, तेरा नाम सदा गाऊ

मोरया रे बाप्पा मोरया रे
मोरया मोरया ,गणपति बाप्पा मोरया
गणपति बाप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया

गणपति बाप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया
मोरया रे बाप्पा मोरया रे…

पहले ध्यान श्री गणेश का

पहले ध्यान श्री गणेश का, मोदक भोग लगाओ।
भक्ति मन से करलो भगतो, गणपति के गुण गाओ।

पहले ध्यान श्री गणेश का…

द्वार द्वार घर आसान सब पर, शुभ प्रभु की है प्रतिमा।
देवो में जो देव पूज्ये है, गणपति की है गरिमा।

मंगल अति सुमंगल है जो, मंगल अति सुमंगल है जो।
उनको नयन बसाओ, पहले ध्यान श्री गणेश का।

आरती स्तुति भजन प्राथना, शंख नाथ भी गूंजे।
मंगल जल दर्शन से गणपति, तन मन सबका भीजे

सब भक्तो का मंगल करदो, सब भक्तो का मंगल करदो।
मन सबका हरषाओ, पहले ध्यान श्री गणेश का।

सब त्यौहार उन्ही से शुभ है, गणपति का त्योहारा।
मूषक वाहन श्री गणेश का, ऐसा देव हमारा।

कीर्तन भजन नारायण करते, कीर्तन भजन नारायण करते।
उत्सव आज मनाओ, पहले ध्यान श्री गणेश का।

पहले ध्यान श्री गणेश का मोदक भोग लगाओ।
भक्ति मन से करलो भगतो, गणपति के गुण गाओ।

प्रथम निमंत्रण आपको देवो के राजा

प्रथम निमंत्रण आपको देवो के राजा लिरिक्स,
प्रथम निमंत्रण आपको देवो के राजा
आओ गणराजा बुलाया भक्तो ने आजा।

आप भी आना रिद्धि सिद्धि लाना, संग में गौरी माता,
ब्रम्हा विष्णु देवो के संग, आना नारद ज्ञाता
शिवशंकर को लाना संग में, डम डम डमरु बजाता,
आओ गणराजा बुलाया भक्तो ने आजा।

राम रमैया बंसी बजैया संग उनकी पटरानी,
मातु शारदा कंठ बसे हो ऐसी हो हर वाणी
ईष्ट देव है हनुमानजी रहे कृपा बरसाता,
आओ गणराजा बुलाया भक्तो ने आजा।

भक्तजनों के मन में आके पावन ज्योत जगादे,
आज सभा में आनंद बरसे स्वर संगीत सजादे
कृपा करो हर साँस में तेरा नाम रहू दौहराता,
आओ गणराजा बुलाया भक्तो ने आजा।

प्रथम निमंत्रण आपको देवो के राजा,
आओ गणराजा बुलाया भक्तो ने आजा।

भजन के बाद Ganesh Ji Ke Nare, गणेश भगवान की आरती और साथ-साथ गणेश पूजा मंत्र का जाप भी किया जा सकता है। ऐसा करके आप गणेश जी के आशीर्वाद को जल्द प्राप्त कर सकते है और अपने जीवन में सुख और शांति का प्रसार कर सकते है।

Ganesh Ji Ke Bhajan Likhe Hue पाठ विधि

गणेश जी के भजन करने की विधि सरल और प्रभावी होती है। यहां पर कुछ मुख्य विधियां दी जा रही हैं, जिनके माध्यम से आप गणेश जी के भजनों का सही तरीके से गायन कर सकते हैं-

  1. स्नान: पूजा या भजन करने से पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें। यह आपको शारीरिक और मानसिक रूप से ताजगी और शुद्धता प्रदान करेगा।
  2. मूर्ति स्थापना: पूजा स्थल पर भगवान गणेश की मूर्ति या चित्र को रखें। अगर संभव हो तो फूल, दीपक और धूप का भी प्रयोग करें।
  3. शुद्ध मानसिकता: गणेश जी के भजन गाने से पहले अपने मन को शांत और शुद्ध करें। ध्यान लगाकर मानसिक रूप से भगवान गणेश से जुड़ने की कोशिश करें।
  4. स्मरण और नमन: भजन शुरू करने से पहले गणेश जी का स्मरण करें और उन्हें नमन करें। इस दौरान “ॐ गण गणपतये नमः” का जाप करें।
  5. गायन: गणेश जी के भजन को श्रद्धा भाव से गाएं। भजन को धीरे-धीरे और भावपूर्ण तरीके से गाना चाहिए, ताकि भक्ति में भावनाएं सही तरीके से व्यक्त हो सकें।
  6. संगीत और ताल: भजन को संगीत और ताल के साथ गाना अधिक प्रभावशाली होता है। आप गायन में ढोलक, मृदंग या हारमोनियम जैसे वाद्य यंत्रों का भी प्रयोग कर सकते हैं।
  7. अर्थ समझें: हर भजन का एक विशेष अर्थ होता है। भजन गाते समय उसके शब्दों और अर्थों को समझना जरूरी है, ताकि आप उसे पूरी श्रद्धा से गा सकें।
  8. प्रार्थना और आशीर्वाद: भजन समाप्त होने के बाद भगवान गणेश से प्रार्थना करें कि वे आपके जीवन में सुख, समृद्धि और बाधाओं से मुक्ति प्रदान करें।

इन विधियों का पालन करके आप गणेश जी के भजनों का सही तरीके से गायन कर सकते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

भजन करने के लाभ

भजन गाने के कई लाभ होते हैं, जो न केवल मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति को बढ़ावा देते हैं, बल्कि जीवन को सुखमय भी बनाते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख लाभ दिए गए हैं-

  • मानसिक शांति: भजन सुनने या गाने से मानसिक शांति मिलती है। भजनों की मधुर ध्वनि और भगवान गणेश की उपासना से मन में एक गहरी शांति का अहसास होता है, जो तनाव और चिंता को दूर करता है।
  • सकारात्मक ऊर्जा: भजन से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। यह वातावरण को शुद्ध करता है और जीवन में सकारात्मकता को बढ़ावा देता है, जिससे व्यक्ति का आत्मविश्वास और आंतरिक शक्ति मजबूत होती है।
  • बाधाओं से मुक्ति: गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है। भजन गाने से व्यक्ति की जीवन की बाधाएं दूर हो सकती हैं, क्योंकि गणेश जी अपने भक्तों को हर तरह की मुश्किलों से मुक्ति प्रदान करते हैं।
  • समृद्धि और सुख: गणेश जी की उपासना से घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है। भजन गाने से धन, सुख, और समृद्धि की प्राप्ति होती है और घर में सुख-शांति का वातावरण बना रहता है।
  • आध्यात्मिक उन्नति: गणेश जी के भजनों के माध्यम से व्यक्ति अपनी आध्यात्मिक यात्रा को आगे बढ़ा सकता है। भजन करने से आत्मा की शुद्धि होती है और भक्त को परमात्मा से जुड़ने का अनुभव होता है।
  • नकारात्मकता का नाश: भजन गाने से मन की नकारात्मक भावनाओं जैसे घृणा, क्रोध, और ईर्ष्या का नाश होता है। यह व्यक्ति को भावनात्मक रूप से संतुलित करता है और उसे अधिक दयालु और समझदार बनाता है।
  • संबंधों में सुधार: गणेश जी के भजन घर के सभी सदस्यों के बीच प्यार और समर्पण की भावना को बढ़ाते हैं, जिससे परिवार में शांति और सामंजस्य बना रहता है।

इन लाभों के माध्यम से, गणेश जी के भजन न केवल भक्तों के जीवन को आध्यात्मिक दृष्टिकोण से समृद्ध बनाते हैं, बल्कि उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से भी स्वस्थ और खुशहाल बनाए रखते हैं।

FAQ

गणेश जी के भजन क्यों गाने चाहिए?

भजन गाने से मानसिक शांति मिलती है, जीवन में बाधाओं से मुक्ति मिलती है, और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह भक्ति और आस्था को मजबूत करता है।

क्या गणेश जी के भजन लिखे हुए केवल हिंदी में ही हैं?

भजन कौन से वाद्य यंत्रों के साथ गाए जा सकते हैं?

गणेश जी के भजन में कौन-कौन से मंत्र होते हैं?

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