गणेश भगवान का मंत्र हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र मंत्रों में से एक है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता, बुद्धि के देवता और सभी कार्यों के शुभारंभकर्ता के रूप में पूजा जाता है। Ganesh Bhagwan Ka Mantra न केवल उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने का एक साधन है, बल्कि यह जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाने के लिए एक शक्तिशाली साधना भी है। इसके जाप से जीवन की समस्याएं हल होती हैं, और व्यक्ति को नए अवसरों की प्राप्ति होती है।
यह मंत्र भगवान गणेश को पुकारता है और उनके आशीर्वाद की प्रार्थना करता है, ताकि हमारे कार्यों में कोई विघ्न न आये। यह मंत्र गणेश पूजा में विशेष रूप से उपयोग होते हैं, जो उनके अद्वितीय रूप और शक्तियों की महिमा का बखान करते हैं। अगर आप भी इन मंत्रो की खोज कर रही है, तो हमने ख़ास आपके लिए इन मंत्रों को यहां उपलब्ध कराया है जो इस प्रकार से है-
वक्रतुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभ,
निर्विघ्नम कुरू मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा॥
ॐ गं गणपतये नम:॥
ॐ नमो हेरम्ब मद मोहित मम्सं,
कटान निवारय-निवारय स्वाहा॥
ॐ वक्रतुंडा हुं॥
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद,
सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥
सिद्ध लक्ष्मी मनोहरप्रियाय नमः॥
ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये।
वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नम:॥
गं क्षिप्रप्रसादनाय नम:॥
एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि,
तन्नो दंती प्रचोदयात्॥
श्री गणेशाय नम:॥
एकदन्तं महाकायं लम्बोदरगजाननम्ं,
विघ्नशकरं देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम्।
ॐ ग्लौम गौरी पुत्र,वक्रतुंड,गणपति गुरु गणेश
ग्लौम गणपति,ऋदि्ध पति,
मेरे दूर करो क्लेश॥
इनके मंत्र भक्तों को आध्यात्मिक शांति प्रदान करते है। आप अन्य मंत्र जैसे Ganesh Vandana Mantra और Ganesh Chaturthi Mantra का जाप भी कर सकते है। यहां तक की आप गणेश मंत्र रिंगटोन के रूप में भी डाउनलोड कर सकते है।
Ganesh Bhagwan Ka Mantra जाप करने की विधि
गणेश भगवान के मंत्र का जाप करने की विधि निम्नलिखित है-
- स्वच्छता: सबसे पहले स्नान करके स्वच्छ और साफ कपड़े पहनें। यह शारीरिक और मानसिक शुद्धता के लिए आवश्यक है।
- पूजा स्थल: एक शांत और पवित्र स्थान पर बैठकर मंत्र का जाप करें। यदि संभव हो तो भगवान गणेश की मूर्ति या चित्र रखें।
- दीपक जलाएं: पूजा स्थल पर दीपक और अगरबत्ती रखें, जिससे वातावरण पवित्र हो और सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो।
- आह्वान: गणेश जी को मन से बुलाएं और उनकी उपस्थिति का आह्वान करें। “ॐ गण गणपतये नमः” मंत्र का उच्चारण करके उन्हें प्रणाम करें।
- गणेश मंत्र: अब गणेश मंत्र का जाप करें, मंत्र का जाप शुद्ध और सच्चे मन से करें। जाप कम से कम 3, 7, 11 या 108 बार करें।
- ध्यान: मंत्र का जाप करते समय भगवान गणेश के स्वरूप का ध्यान करें। उनकी शक्ति और महिमा की कल्पना करें और अपने मन को एकाग्र रखें।
- प्रसाद : मंत्र जाप के बाद भगवान गणेश को मोदक, लड्डू, फल, या फूल अर्पित करें, जो उन्हें प्रिय हैं।
- आरती: जाप के बाद गणेश जी की आरती गाएं। जैसे “जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा…” यह पूजा को संपूर्ण और समर्पित बनाता है।
- आभार: पूजा के अंत में भगवान गणेश का धन्यवाद करें और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करें।
- समापन: पूजा के बाद अपने हाथों में ताजे फूल लेकर भगवान गणेश से आशीर्वाद प्राप्त करें और परिवार के सदस्यों के साथ प्रसाद वितरित करें।
गणेश मंत्र का नियमित जाप आपके जीवन में सकारात्मकता, सुख-शांति और समृद्धि लाने में मदद करता है। इसे ध्यान और श्रद्धा से करने से भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है।
मंत्र जाप से होंने वाले लाभ
गणेश मंत्र के जाप से विभिन्न लाभ प्राप्त होते हैं। यहां पर गणेश मंत्र के प्रमुख लाभों की सूची दी जा रही है-
- विघ्नों नाश: गणेश मंत्र का जाप जीवन में आने वाली सभी बाधाओं और विघ्नों को दूर करता है।
- सफलता: इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के कार्यों में सफलता मिलती है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो अपने कार्यों में रुकावटों या समस्याओं का सामना कर रहे होते हैं।
- मानसिक शांति: गणेश मंत्र का नियमित जाप मानसिक शांति और संतुलन प्रदान करता है। यह मानसिक तनाव को कम करता है और व्यक्ति को मानसिक रूप से मजबूत बनाता है।
- धन की प्राप्ति: इस मंत्र के जाप से व्यक्ति की वित्तीय स्थिति में सुधार होता है और आर्थिक समृद्धि प्राप्त होती है।
- आध्यात्मिक उन्नति: यह व्यक्ति को आत्मज्ञान की ओर अग्रसर करता है और उसके आध्यात्मिक जीवन को समृद्ध बनाता है।
- उत्साह: इस मंत्र के जाप से व्यक्ति में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार होता है। यह व्यक्ति को अपने कार्यों में प्रेरित करता है और जीवन में आगे बढ़ने के लिए उत्साहित करता है।
- शारीरिक स्वास्थ्य: गणेश मंत्र का जाप शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है। यह ऊर्जा को संतुलित करता है और व्यक्ति को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
- सुख और शांति: गणेश मंत्र का जाप परिवार में सुख-शांति और सामंजस्य बनाए रखता है। यह पारिवारिक जीवन को बेहतर बनाता है और परिवार के सदस्यों के बीच प्यार और समझदारी बढ़ाता है।
- सकारात्मकता: यह मंत्र व्यक्ति के विचारों को शुद्ध करता है और उसे सकारात्मक दिशा में सोचने के लिए प्रेरित करता है, और नकारात्मकता को दूर करता है।
- मनोकामना: यह मंत्र व्यक्ति को भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है और उसकी इच्छाओं को पूरा करता है।
गणेश मंत्र का जाप एक शक्तिशाली साधना है जो जीवन के हर पहलू में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करता है। यह मानसिक, शारीरिक, आध्यात्मिक और भौतिक सभी क्षेत्रों में लाभकारी है।
FAQ
गणेश मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए?
गणेश मंत्र का जाप 3, 7, 11, या 108 बार करना शुभ माना जाता है। इसे नियमित रूप से और श्रद्धा से किया जाना चाहिए।
क्या मंत्र का जाप घर में किया जा सकता है?
हां, मंत्र का जाप घर में किया जा सकता है, ऐसा करने से घर में सुख शांति और समृद्धि आती है।
क्या मंत्र का जाप किसी विशेष दिशा में करना चाहिए?
मंत्र का जाप उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुंह करके करना शुभ माना जाता है। यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है।
क्या गणेश मंत्र का जाप संतान प्राप्ति के लिए किया जा सकता है?
इस मंत्र से संतान सुख की प्राप्ति की प्रार्थना की जाती है, अतः इस मंत्र का जाप संतान प्राप्ति के लिए भी किया जाता है।