दुर्गे तुम्हारी जय हो अम्बे तुम्हारी जय हो लिरिक्स

माँ दुर्गा की महिमा अपरंपार है। जब भी संसार में अधर्म और अज्ञानता का अंधकार छाता है, तब माँ अपनी शक्ति से उसे नष्ट कर भक्तों का मार्ग प्रशस्त करती हैं। दुर्गे तुम्हारी जय हो, अम्बे तुम्हारी जय हो भजन माँ की अपार कृपा और उनकी दिव्यता का गुणगान करता है। यह भजन हमें माँ के चरणों में समर्पित होकर उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने की प्रेरणा देता है। इस भजन के माध्यम से हम माँ के असीम प्रेम और उनकी कृपा का अनुभव कर सकते हैं।

Durge Tumhari Jay Ho Ambe Tumhari Jay Ho

दुर्गे तुम्हारी जय हो,
अम्बे तुम्हारी जय हो,
नव रूप धारती माँ,
महागौरी तेरी जय हो,
दुर्गे तुम्हारी जय हों,
अम्बे तुम्हारी जय हो।1।

ब्रम्हांड धारती हो,
दुखियों को तारती हो,
त्रिभुवन की स्वामिनी माँ,
त्रिभुवन की स्वामिनी माँ,
ब्रम्हाणी तेरी जय हो,
दुर्गे तुम्हारी जय हों,
अम्बे तुम्हारी जय हो।2।

ज्वाला हो वैष्णवी हो,
माँ तुम ही लक्ष्मी हो,
शारदे तुम्ही हो बुद्धि,
शारदे तुम्ही हो बुद्धि,
शक्ति तुम्हारी जय हो,
दुर्गे तुम्हारी जय हों,
अम्बे तुम्हारी जय हो।3।

सावित्री गायत्री हो,
माँ तुम ही भारती हो,
अब तेरी आरती हो,
माँ तेरी आरती हो,
सब बोले तेरी जय हो,
दुर्गे तुम्हारी जय हों,
अम्बे तुम्हारी जय हो।4।

दुर्गे तुम्हारी जय हो,
अम्बे तुम्हारी जय हो,
नव रूप धारती माँ,
महागौरी तेरी जय हो,
दुर्गे तुम्हारी जय हों,
अम्बे तुम्हारी जय हो।5।

माँ दुर्गा के भजनों का रसास्वादन करने से मन को एक अनोखी शांति और शक्ति प्राप्त होती है। “दुर्गे तुम्हारी जय हो, अम्बे तुम्हारी जय हो” भजन हमें माँ की अनंत महिमा का बोध कराता है और हमें यह विश्वास दिलाता है कि माँ अपने भक्तों को कभी निराश नहीं करतीं। यदि यह भजन आपको अच्छा लगा, तो “बता दो हे जगत जननी मेरा उद्धार कैसे हो” भजन भी अवश्य सुनें, जो माँ की करुणा और कृपा को और अधिक उजागर करता है। माँ के आशीर्वाद से ही जीवन के सारे संकट दूर होते हैं और भक्ति का यह मार्ग हमें सुख-शांति की ओर ले जाता है। जय माता दी! 🙏🔱

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