विरात्रा री पहाड़ियों में धाम थारो वाकल माँ भजन देवी विरात्रा माता की महिमा का गुणगान करता है। राजस्थान की पावन धरती पर विराजमान माँ विरात्रा भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती हैं। जब श्रद्धालु उनकी पहाड़ियों की यात्रा करते हैं, तो उनकी आत्मा भक्ति और श्रद्धा से भर जाती है। यह भजन भक्तों के मन में अटूट आस्था और प्रेम का संचार करता है।
Viratra Ri Pahadiyo Mien Dham Tharo Vakal Maa Bhajan Lyrics
विरात्रा री पहाड़ियों में,
धाम थारो म्हाने लागे न्यारो,
म्हाने प्यारो प्यारो लागे,
वाकल नाम थारो।।
शक्ति रूप में हिंगलाज माँ,
हिरण भखार में आईं,
श्रद्धा भाव से राजा विक्रम ने,
प्रतिस्ठा माँ की कराई,
ऊंचे पर्वत पे बाणियो है,
थारो मंदिर न्यारो,
म्हाने लागे प्यारो,
सबसु प्यारो सबसु न्यारो,
धाम थारो,
विरात्रा री पहाड़ियो में।।
लाल चुनरियाँ लाल है चूड़ो,
सज सोलह सिणगार,
रूप अनूप है माँ वाकल रो,
बैठया सिंह सवार,
लागे स्वर्गा सु सूंदर,
मैया धाम थारो,
म्हाने लागे प्यारो,
म्हारा हिवड़ा में बसियो,
वाकल नाम थारो,
विरात्रा री पहाड़ियो में।।
सांचो है दरबार वाकल रो,
बिन मंगिया मिल जावे,
अन्न धन रो भंडार भरे,
बांझिया री गोद भरावे,
म्हाने आसरो है मैय्या जी,
बस एक थारो बस एक थारो,
किरपा री नजरिया वाकल,
म्हापे डारो,
विरात्रा री पहाड़ियो में।।
विरात्रा री पहाड़ियों में,
धाम थारो म्हाने लागे न्यारो,
म्हाने प्यारो प्यारो लागे,
वाकल नाम थारो।।
माँ विरात्रा का धाम भक्तों के लिए आस्था और विश्वास का केंद्र है। जो भी श्रद्धा से उनका स्मरण करता है, उसके जीवन की हर बाधा दूर हो जाती है। इसी भक्ति भाव को बनाए रखने के लिए “माँ तेरे दरबार झुके सारा संसार” और “साँचा है तेरा दरबार ओ मैया शेरोवाली” जैसे भजनों का पाठ करें। माँ विरात्रा सभी भक्तों की झोली खुशियों से भर दें!

मैं मां दुर्गा की आराधना व पूजा-पाठ में गहरी आस्था रखती हूं। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करती हूं और मां दुर्गा से जुड़े शक्तिशाली मंत्र, दिव्य आरती, चालीसा एवं अन्य पवित्र धार्मिक सामग्री भक्तों के साथ साझा करती हूं। मेरा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सही पूजा विधि सिखाना और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित कर कृपा प्राप्त करने में सहायक बनना है। View Profile