उठो भवानी भोर भयो है जल धारन खें आए माँ

सुबह का समय माँ भगवती की भक्ति के लिए सबसे पावन माना जाता है। जब सूरज अपनी किरणों से धरती को रोशन करता है, तब भक्त माँ को जगाने और उनकी पूजा-अर्चना करने के लिए एकत्र होते हैं। उठो भवानी भोर भयो है जल धारन खें आए माँ भजन इसी भक्तिभाव को दर्शाता है। यह माँ की आराधना का एक सुंदर स्वरूप है, जिसमें भक्त अपनी आरती और जल अर्पण के साथ माँ का आह्वान करते हैं। इस भजन के शब्द मन को सुकून देते हैं और माँ की महिमा में लीन कर देते हैं।

Utho Bhavani Bhor Bhyo Hai Jal Dharan Khe Aaye Maa

उठो भवानी भोर भयो है,
जल धारन खें आए माँ,
मैया जल धारन खें आए माँ,
भगत तुम्हारे द्वारे ठाड़े,
आस दरस की लगाए माँ,
मैया आस दरस की लगाए माँ।1।

अरे टेढी मेढी डगर से आये भवानी,
नैना भर भर आए माँ,
मैया नैना भर भर आए माँ,
कलस सजाये ज्योत जलाये,
देओ दर्शन घर जाये माँ,
मैया देओ दर्शन घर जाये माँ,
उठों भवानी भोर भयो हैं,
जल धारन खें आए माँ,
मैया जल धारन खें आए माँ।2।

अरे उठीं भवानी डोलो आसन,
मन ही मन मुस्काए माँ,
मैया मन ही मन मुस्काए माँ,
बोल पुतरिया का दुख तोहे,
काहे टेर लगाए माँ,
मोहे काहे टेर लगाए माँ,
उठों भवानी भोर भयो हैं,
जल धारन खें आए माँ,
मैया जल धारन खें आए माँ।3।

अरे तें मोरी माता हम तोरे बेटा,
का तोहे बतलाये माँ,
मैया का तोहे बतलाये माँ,
भगत करें चरणन की पूजा,
सुमर सुमर जस गाए माँ,
मैया सुमर सुमर जस गाए माँ,
उठों भवानी भोर भयो हैं,
जल धारन खें आए माँ,
मैया जल धारन खें आए माँ।4।

उठो भवानी भोर भयो है,
जल धारन खें आए माँ,
मैया जल धारन खें आए माँ,
भगत तुम्हारे द्वारे ठाड़े,
आस दरस की लगाए माँ,
मैया आस दरस की लगाए माँ।5।

माँ भवानी को जगाने का यह मधुर भजन भक्तों की श्रद्धा को और भी प्रगाढ़ कर देता है। माँ की आराधना करने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है। यदि आपको यह भजन पसंद आया, तो “महादेवी का ये दरबार दीवाना जग को करे” भी अवश्य करे, जिसमें माँ के दिव्य दरबार की महिमा का वर्णन किया गया है। माँ दुर्गा की कृपा हम सभी पर बनी रहे! 🙏✨

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