तेरे चरणों का मैं प्रेमी हूँ एक नज़र करदे लिरिक्स

भक्त जब माँ के चरणों में समर्पित होता है, तो उसकी एक ही प्रार्थना होती है—माँ की एक कृपादृष्टि मिल जाए। तेरे चरणों का मैं प्रेमी हूँ, एक नज़र कर दे भजन भक्त के इसी प्रेम और समर्पण को दर्शाता है। यह भजन माँ के प्रति अटूट श्रद्धा और प्रेम को व्यक्त करता है, जिसमें भक्त माँ से सिर्फ एक कृपा दृष्टि की विनती करता है, ताकि उसका जीवन आनंद और भक्ति से भर जाए।

Tere Charano Me Premi Hu Ek Najar Karde

तेरे चरणों का मैं प्रेमी हूँ,
एक नज़र करदे,
गीत में भाव हो भक्ति हो,
वो असर भर दे।1।

हीरे मोती मणि माणिक,
न हमें चहिये,
आलीशान बगले ये नो महले,
भी नही चहिये,
कण्ठ को गीतों की सरगम से,
तर बतर करदे।2।

मात हंसाशिनी तू,
हमे झलक दे दे,
तुझको पाने की मेरे मन मे,
एक ललक दे दे,
मेरा ये गीत समर्पित है,
माँ अमर करदे।3।

ताल हो राग हो,
स्वर हो सुरीले गीतों में,
तेरा आव्हान हो गुणगान हो,
माँ गीतों में,
साधना पूरी हो ‘राजेन्द्र’,
को ये वर दे दे।4।

तेरे चरणों का मैं प्रेमी हूँ,
एक नज़र करदे,
गीत में भाव हो भक्ति हो,
वो असर भर दे।6।

माँ की भक्ति में डूबा हुआ मन हमेशा उनकी कृपा की आस लगाए रखता है। “तेरे चरणों का मैं प्रेमी हूँ, एक नज़र कर दे” भजन इसी भक्ति भावना को प्रकट करता है। यदि यह भजन आपके हृदय को भक्ति-रस से भर रहा है, तो “[नौ दिन मैया आएगी घर घर में बस जाएगी]” जैसे अन्य भक्तिमय भजन भी अवश्य सुनें और माँ के प्रेम का अनुभव करें। जय माता दी! ????✨

Leave a comment