सुन लो अरज हमारी भवानी माँ शेरोवाली

जब जीवन में दुखों का साया गहराने लगता है, तब भक्त की एक ही पुकार होती है – “सुन लो अरज हमारी भवानी माँ शेरोवाली”। यह भजन भक्त की गहरी श्रद्धा और माँ दुर्गा के प्रति उसकी अटूट आस्था को प्रकट करता है। माँ भवानी, जो शेर पर सवार होकर अपने भक्तों की रक्षा करती हैं। यह भजन माँ से अपने दुख-दर्द को कहने, उनसे कृपा की भीख मांगने और उनके प्रेम का अनुभव करने का एक सुंदर माध्यम है।

Sun Lo Araj Hamari Bhawani Maa Sherowali

सुन लो अरज हमारी,
भवानी माँ शेरोवाली,
भवानी माँ ज्योता वाली।1।

सिंह सवारी लगे माँ प्यारी,
लाल चुनर की शोभा है न्यारी,
भक्तों के दुःख हरने वाली,
भवानी माँ शेरोवाली,
भवानी माँ ज्योता वाली।2।

माथे बिंदिया चम चम चमके,
चांद सा मुखड़ा दम दम दमके,
मैया की महिमा निराली,
भवानी माँ शेरोवाली,
भवानी माँ ज्योता वाली।3।

एक हाथ त्रिशूल बिराजे,
दूजे हाथ मां खप्पर साजे,
आया “शिव” दर पे सवाली,
भवानी माँ शेरोवाली,
भवानी माँ ज्योता वाली।4।

सुन लो अरज हमारी,
भवानी माँ शेरोवाली,
भवानी माँ ज्योता वाली।5।

“सुन लो अरज हमारी भवानी माँ शेरोवाली” भजन माँ के प्रति समर्पण और उनकी असीम कृपा की याद दिलाता है। भक्तों के जीवन की हर कठिनाई माँ की कृपा से मिट जाती है और सुख-शांति का संचार होता है। इसी भक्ति भाव को “[तेरे ही भरोसे मेरा चलता कारोबार]” जैसे भजनों में भी दर्शाया गया है, जहाँ भक्त माँ के सहारे ही अपने जीवन की गाड़ी आगे बढ़ाता है। माँ का नाम जपते रहिए, उनकी महिमा गाते रहिए और उनके आशीर्वाद से अपना जीवन सुखमय बनाइए। जय माता दी! ????????

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