शेरोवाली माँ द्वार दया के खोल भजन लिरिक्स

शेरोवाली माँ द्वार दया के खोल एक भक्तिमय भजन है, जो माँ दुर्गा के असीम प्रेम और दयालुता का गुणगान करता है। जब भक्त सच्चे हृदय से माँ को पुकारते हैं, तो वह अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूरी करती हैं। यह भजन माँ के दरबार में शीश झुकाने और उनकी कृपा पाने का संदेश देता है।

Sherowali Maa Dwar Daya Ke Khol Bhajan Lyrics

शेरोवाली माँ,
द्वार दया के खोल,
मेहरोवाली माँ,
द्वार दया के खोल,
तुझे पुकारे बालक तेरा,
कुछ तो मुख से बोल,
शेरावाली माँ,
द्वार दया के खोल।।

तू जो मैया रूठेगी तो,
और कहाँ मैं जाऊँ,
चरणों के तेरे धूल हूँ मैं,
चरणों में तेरे रम जाऊं,
बिच भंवर में नैया मेरी,
आज रही है डोल,
शेरावाली माँ,
द्वार दया के खोल।।

तेरे भरोसे छोड़ दिया है,
मैंने आज जमाना,
आँचल में रख लेना मुझको,
मेहर जरा कर जाना,
दुःख से भरा ये जीवन मेरा,
सुख से दे तू तोल,
शेरावाली माँ,
द्वार दया के खोल।।

एक झलक दिखला दे मैया,
और नहीं कुछ भाए,
मतलब के रिश्ते सारे,
यहाँ कोई निकट ना आए,
‘पूनम’ से तेरा रिश्ता माँ,
हो जाए अनमोल,
शेरावाली माँ,
द्वार दया के खोल।।

तेरा ही गुणगान करूँ माँ,
हरपल शाम सवेरे,
‘बबलू’ पे किरपा बरसाओ,
दूर करो ये अँधेरे,
कोई बजाए ताशे मैया,
कोई बजाए ढोल,
शेरावाली माँ,
द्वार दया के खोल।।

शेरोवाली माँ,
द्वार दया के खोल,
मेहरोवाली माँ,
द्वार दया के खोल,
तुझे पुकारे बालक तेरा,
कुछ तो मुख से बोल,
शेरावाली माँ,
द्वार दया के खोल।।

माँ की महिमा अनंत है! इस भजन को पढ़ें और करें, और अन्य भक्तिमय गीत जैसे “जय अम्बे गौरी”, “मैया यशोदा” और “माँ का दरबार सजा है” को भी अपनी भक्ति में शामिल करें। माँ की कृपा से आपका जीवन सुखमय और मंगलमय हो!

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