इतना बता दे दाती तेरा कैसे दर्श पायें

सच्चे भक्त की सबसे बड़ी अभिलाषा होती है माँ के दर्शन करना और उनकी कृपा प्राप्त करना। इतना बता दे दाती तेरा कैसे दर्श पायें भजन भक्त के उसी व्याकुल मन को दर्शाता है, जो माँ के साक्षात् दर्शन की लालसा रखता है। यह भजन हमें सिखाता है कि माँ दुर्गा के दर्शन केवल भक्ति, … Read more

मैं केहना माँ दी किरपा | Main Kehna Maa Di Kirpa

माँ की कृपा जब बरसती है, तो जीवन की हर कठिनाई छोटी लगने लगती है। मैं केहना माँ दी किरपा भजन माँ दुर्गा की अपार दया और भक्तों पर होने वाली उनकी कृपा का गुणगान करता है। जब भी कोई भक्त सच्चे मन से माँ को पुकारता है, माँ उसकी हर परेशानी को दूर कर … Read more

मुझे अपना बेटा बना लो माँ | Mujhe Apna Beta Bana Lo Maa

भक्त और माँ के रिश्ते में कोई औपचारिकता नहीं होती, यह तो बस प्रेम और भक्ति का एक अटूट बंधन है। “मुझे अपना बेटा बना लो माँ” भजन इसी स्नेह से भरी भावना को व्यक्त करता है। जब भक्त माँ दुर्गा से स्वयं को उनका पुत्र बनाने की विनती करता है, तो यह केवल एक … Read more

ओ मैया देववासिनी का मुझको द्वार मिला

जब भक्त को माँ के दरबार में हाजिरी लगाने का सौभाग्य मिलता है, तो उसका हृदय आनंद और भक्ति से भर जाता है। ओ मैया देववासिनी का मुझको द्वार मिला भजन उसी दिव्य अनुभूति का वर्णन करता है, जहाँ माँ की कृपा से भक्त को उनके पावन धाम के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होता … Read more

अपनी ममता की छांव में मुझे रख लो मैया

भक्त के लिए माँ की ममता सबसे बड़ी शक्ति होती है, जो हर दुख, हर चिंता से रक्षा करती है। अपनी ममता की छांव में मुझे रख लो मैया भजन उसी प्रेम और सुरक्षा की भावना को प्रकट करता है। जब जीवन की कठिनाइयाँ बढ़ती हैं, तो भक्त केवल माँ दुर्गा की गोद में सुकून … Read more

झुँझन वाली गाडी में घुमाय ल्याऊं

भक्त और माँ का प्रेम अनोखा होता है—कभी श्रद्धा से भरा, तो कभी बाल सुलभ प्रेम से सराबोर। झुँझन वाली गाड़ी में घुमाय ल्याऊं भजन इसी स्नेहिल भाव को प्रकट करता है, जहाँ भक्त माँ को अपने साथ आनंद की सवारी पर ले जाने की बात करता है। यह भजन माँ के प्रति आत्मीयता और … Read more

लाल ही लाल देखो माँ का श्रृंगार है | Lal Hi Lal Dekho Maa Ka Shringar Hai

माँ दुर्गा का श्रृंगार उनकी दिव्यता और शक्ति का प्रतीक है। जब भक्त माँ के दर्शन करता है, तो उनकी छटा में लाल रंग की आभा उसे मोह लेती है। “लाल ही लाल देखो माँ का श्रृंगार है” भजन माँ की इसी अद्भुत छवि का वर्णन करता है। यह भजन माँ के भव्य स्वरूप का … Read more

वर दे लक्ष्मी मैया वर दे | Var De Lakshmi Maiya Var De

भक्त जब अपनी मनोकामनाएँ लेकर माँ लक्ष्मी के चरणों में समर्पित होता है, तो उसकी प्रार्थना एक सुंदर भजन का रूप ले लेती है। वर दे लक्ष्मी मैया वर दे भजन भी ऐसी ही एक भक्तिपूर्ण प्रार्थना है, जिसमें माँ लक्ष्मी से कृपा, समृद्धि और सुख-शांति का आशीर्वाद माँगा जाता है। यह भजन हमें यह … Read more

कोई नहीं परदेस में मेरा किसको हाल सुनाऊँ माँ

जब जीवन संघर्षों से भर जाता है और अपनों से दूर परदेश में अकेलापन घेर लेता है, तब मन सिर्फ एक ही आसरा ढूंढता है—माँ का। “कोई नहीं परदेस में मेरा किसको हाल सुनाऊँ माँ” भजन एक भक्त की वेदना को प्रकट करता है, जो दुनिया से निराश होकर माँ अम्बे की शरण में आ … Read more

घर में पधारो मेरी अम्बे माँ | Ghar Me Padharo Meri Ambe Maa

 जब भक्त का मन माँ अम्बे की भक्ति में लीन हो जाता है, तो वह यही चाहता है कि माँ स्वयं उसके घर में विराजमान हों और अपनी कृपा से उसे धन्य करें। “घर में पधारो मेरी अम्बे माँ” भजन भक्त की उसी आत्मीय पुकार को प्रकट करता है। जब हम माँ को सच्चे मन … Read more