ओढ़ ली जिसने चुनरिया दादी तेरे नाम की भजन भक्ति और श्रद्धा का अद्भुत संगम है, जो माँ दुर्गा के प्रति अपार समर्पण को दर्शाता है। यह भजन भक्तों की अटूट आस्था और माँ की कृपा का गुणगान करता है। जब कोई माँ की भक्ति में लीन होकर उनके नाम की चुनरिया ओढ़ लेता है, तो जीवन के सारे कष्ट स्वतः ही दूर हो जाते हैं। यह भजन सुनने मात्र से मन में भक्ति की लहर दौड़ जाती है और माँ की ममता का अहसास होता है।
Odh Li Jisne Chunariya Dadi Tere Naam Ki Lyrics
ओढ़ ली जिसने चुनरिया,
दादी तेरे नाम की,
नींद में भी वो तो गाए,
जय हो झुंझणधाम की।।
तर्ज – सांवरी सूरत पे मोहन।
देख लो दादी का जादू,
सर पे चढ़कर बोलता,
फेरता रहता है माला,
चिंता ना किसी काम की,
ओढ़ ली जिसने चुनरियाँ,
दादी तेरे नाम की।।
दादी की भक्ति में ऐसा,
वो दीवाना हो गया,
सपने में भी माँ को पुकारे,
ऐसी है दीवानगी,
ओढ़ ली जिसने चुनरियाँ,
दादी तेरे नाम की।।
रात दिन होंठों पे चर्चा,
दादी के दरबार की,
करता रहता है बड़ाई,
दादी जी के शान की,
ओढ़ ली जिसने चुनरियाँ,
दादी तेरे नाम की।।
खुद पे है अभिमान क्योकि,
ऐसी माँ का लाडला,
जी रहा ‘बनवारी’ देखो,
जिंदगी आराम की,
Bhajan Diary Lyrics,
ओढ़ ली जिसने चुनरियाँ,
दादी तेरे नाम की।।
ओढ़ ली जिसने चुनरिया,
दादी तेरे नाम की,
नींद में भी वो तो गाए,
जय हो झुंझणधाम की।।
Singer – Saurabh / Keshav Madhukar
माँ दुर्गा की महिमा अपरंपार है, और जो सच्चे मन से उन्हें पुकारता है, उसकी झोली खुशियों से भर जाती है। यदि आपको यह भजन पसंद आया, तो अब के नवरात मेरे अंगना पधारो जगदम्बे भवानी भजन भी अवश्य सुनें, जो माँ जगदम्बा के आगमन की सुंदर अरदास है। माँ की कृपा सब पर बनी रहे! जय माता दी! ????✨