ओढ़ चुनरिया न्यारी न्यारी लागे माँ भजन लिरिक्स

ओढ़ चुनरिया न्यारी न्यारी लागे माँ भजन माँ की दिव्य छवि और उनकी अलौकिक सुंदरता का वर्णन करता है। जब माँ भगवती अपने भक्तों के बीच आती हैं, तो उनकी छवि इतनी मोहक होती है कि हर भक्त उनके दर्शन मात्र से भाव-विभोर हो जाता है। माँ की चुनरिया, उनका श्रृंगार, उनकी करुणामयी दृष्टि सब कुछ भक्तों के मन को शांति और आनंद से भर देता है।

Odh Chunariya Nyari Nyari Lage Maa Bhajan Lyrics

ओढ़ चुनरिया,
न्यारी न्यारी लागे माँ,
भक्तो को तू,
प्यारी प्यारी लागे माँ,
मैया की चुनरी का,
कोई मोल नहीं,
चाँद सितारे पर ये,
भारी लागे माँ,
ओढ चुनरिया,
न्यारी न्यारी लागे माँ,
भक्तो को तू,
प्यारी प्यारी लागे माँ।।

ओढ़ के बैठी है यूँ,
सजधज के मेरी माँ,
देखकर शरमा रहे,
सारे नज़ारे माँ,
चमचमती चुनरी,
भक्तो का मन मोहे,
है बड़ी बड़भागन जो,
मैया के तन सोहे,
फीकी फीकी सारी,
दुनिया लागे माँ,
भक्तो को तू,
प्यारी प्यारी लागे माँ,
ओढ चुनरिया,
न्यारी न्यारी लागे माँ,
भक्तो को तू,
प्यारी प्यारी लागे माँ।।

आसमा से देव सारे,
पुष्प बरसाए,
आज तेरी चुनड़ी,
चंदा को शरमाए,
माँ के जैसा इस जहां में,
और है कहाँ,
राजरानी सी लगे है,
आज मेरी माँ,
ममता की प्यारी,
फुलवारी लागे माँ,
भक्तो को तू,
प्यारी प्यारी लागे माँ,
ओढ चुनरिया,
न्यारी न्यारी लागे माँ,
भक्तो को तू,
प्यारी प्यारी लागे माँ।।

ओढ़ कर तूने चुनरिया,
लाज रख ली माँ,
बात तेरे सेवको की,
आज रख ली माँ,
‘हर्ष’ तेरा दास सबको,
आज बतलाए,
प्रेम की सौगात मैया,
पल में अपनाए,
होते हरदम प्रेम के,
धागे भारी माँ,
भक्तो को तू,
प्यारी प्यारी लागे माँ,
ओढ चुनरिया,
न्यारी न्यारी लागे माँ,
भक्तो को तू,
प्यारी प्यारी लागे माँ।।

ओढ़ चुनरिया,
न्यारी न्यारी लागे माँ,
भक्तो को तू,
प्यारी प्यारी लागे माँ,
मैया की चुनरी का,
कोई मोल नहीं,
चाँद सितारे पर ये,
भारी लागे माँ,
ओढ चुनरिया,
न्यारी न्यारी लागे माँ,
भक्तो को तू,
प्यारी प्यारी लागे माँ।।

माँ भगवती की कृपा जिस भक्त पर होती है, उसका जीवन सुख-शांति और समृद्धि से भर जाता है। उनकी भक्ति में लीन होने से मन को असीम शांति प्राप्त होती है। माँ की इस अनुपम महिमा का अनुभव करने के लिए “देखकर श्रृंगार माँ का दिल दीवाना हो गया” और “लक्ष्मी का वास हो जिस घर में” जैसे भजनों का पाठ करें। माँ की कृपा सभी पर बनी रहे, जय माता दी!

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