जीवन में जब भी कठिन समय आता है, तब माँ दुर्गा की कृपा ही भक्तों का सहारा बनती है। मुझपे जब भी मुसीबत आई तू ही दिखती मुझे सामने भजन इसी अटूट विश्वास को दर्शाता है, जहाँ भक्त अपने जीवन की कठिनाइयों में माँ को हमेशा अपने साथ खड़ा पाता है। आइए, इस भजन के माध्यम से माँ की कृपा और उनके दिव्य सहारे का गुणगान करें।
Mujhpe Jab Bhi Musibat Aayi Tu Hi Dikhti Mujhe Samne
मुझपे जब भी मुसीबत आई,
तू ही दिखती मुझे सामने,
ओ माँ तू ही दिखती मुझे सामने,
जब भी आंखें मेरी भर आई,
तू ही दिखती मुझे सामने,
ओ माँ तू ही दिखती मुझे सामने।1।
कोई दान धर्म मैंने कुछ ना किया,
बस हर पल माँ तेरा ही नाम लिया,
जब दुनिया करे रुसवाई,
तू ही दिखती मुझे सामने,
ओ माँ तू ही दिखती मुझे सामने।2।
सब है तेरा करम इसमें कुछ ना भरम,
मुझको ममता का साया माँ तुने दिया,
‘टीटू’ जब भी मिली तन्हाई,
तू ही दिखती मुझे सामने,
ओ माँ तू ही दिखती मुझे सामने।3।
मुझपे जब भी मुसीबत आई,
तू ही दिखती मुझे सामने,
ओ माँ तू ही दिखती मुझे सामने,
जब भी आंखें मेरी भर आई,
तू ही दिखती मुझे सामने,
ओ माँ तू ही दिखती मुझे सामने।4।
माँ दुर्गा सदा अपने भक्तों की रक्षा करती हैं और संकट के समय उनके साथ खड़ी होती हैं। मुझपे जब भी मुसीबत आई तू ही दिखती मुझे सामने भजन माँ के इसी करुणामयी रूप को प्रकट करता है। यदि यह भजन आपको माँ की कृपा का अहसास कराता है, तो “मेरी शेरावाली माँ सच्चा तेरा दरबार” भजन भी अवश्य करे, जिसमें माँ के दरबार की महिमा और भक्तों की अटूट श्रद्धा का भावपूर्ण चित्रण किया गया है।

मैं मां दुर्गा की आराधना व पूजा-पाठ में गहरी आस्था रखती हूं। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करती हूं और मां दुर्गा से जुड़े शक्तिशाली मंत्र, दिव्य आरती, चालीसा एवं अन्य पवित्र धार्मिक सामग्री भक्तों के साथ साझा करती हूं। मेरा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सही पूजा विधि सिखाना और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित कर कृपा प्राप्त करने में सहायक बनना है। View Profile