मुझे लायी दुनिया में और सब कुछ सिखाया है भजन माँ के निस्वार्थ प्रेम और आशीर्वाद को समर्पित है। यह भजन बताता है कि माँ न केवल हमें इस दुनिया में लाती हैं, बल्कि हमें जीवन जीने की कला भी सिखाती हैं। उनके बिना जीवन का हर पहलू अधूरा है। उनका प्यार, सिखाने का तरीका, और जीवन के हर संघर्ष में हमारी मदद करने का तरीका अविस्मरणीय है।
Mujhe Layi Duniya Mien Aur Sab Kuch Sikhaya Hai Lyrics
मुझे लायी दुनिया में,
और सब कुछ सिखाया है,
खुश नसीब हूँ मैं कितना,
मेरे सर माँ का साया है,
मुझें लायी दुनिया में,
और सब कुछ सिखाया है।।
मेरे कर्म हो कुछ ऐसे,
मैं माँ की करूँ सेवा,
तेरे चरणों में बैठ के माँ,
दुःख दूर हुआ मेरा,
तेरे रूप में माँ मैंने,
भगवान को पाया है,
खुश नसीब हूँ मैं कितना,
मेरे सर माँ का साया है,
मुझें लायी दुनिया में,
और सब कुछ सिखाया है।।
ये दुनियादारी माँ,
मुझे अब है समझ आई,
सब झूठे नाते है,
कोई काम नहीं आए,
सांचा एक नाता है,
जो तूने निभाया है,
खुश नसीब हूँ मैं कितना,
मेरे सर माँ का साया है,
मुझें लायी दुनिया में,
और सब कुछ सिखाया है।।
स्वर्गो सा सुख मेरी माँ,
तेरे चरणों में मिलता है,
ये उजड़ा चमन मेरा,
तेरे आँचल खिलता है,
मेरे दिल में ममता का,
तूने फुल खिलाया है,
खुश नसीब हूँ मैं कितना,
मेरे सर माँ का साया है,
मुझें लायी दुनिया में,
और सब कुछ सिखाया है।।
भगवान से पहले माँ,
मैं तुमको पुजूंगा,
तेरे कदमो में मेरी माँ,
भगवान को ढूंढूंगा,
सबसे पावन तेरे,
आँचल की छाया है,
खुश नसीब हूँ मैं कितना,
मेरे सर माँ का साया है,
मुझें लायी दुनिया में,
और सब कुछ सिखाया है।।
मुझे लायी दुनिया में,
और सब कुछ सिखाया है,
खुश नसीब हूँ मैं कितना,
मेरे सर माँ का साया है,
मुझें लायी दुनिया में,
और सब कुछ सिखाया है।।
“मुझे लायी दुनिया में और सब कुछ सिखाया है” भजन हमें यह याद दिलाता है कि माँ ही हमारे जीवन की सबसे पहली गुरु होती हैं, जिनसे हमें पहला पाठ जीवन के बारे में मिलता है। उनके आशीर्वाद से ही हम दुनिया के हर संघर्ष को पार कर सकते हैं। अगर आपको यह भजन पसंद आया, तो आप और भी भक्ति भजनों का आनंद ले सकते हैं जैसे “पकड़ के उंगली को मेरी मुझे चलना सिखाया है”, “माँ के आँचल की छाया तू और कहीं ना पाएगा”, और “आजा मैया मेरी बिगड़ी बना दे”। इन भजनों से आप माँ के प्रेम को और भी महसूस कर सकते हैं।