म्हापे जद भी मुसीबत कोई आवन लागे माता भजन लिरिक्स

Mhape Jad Bhi Musibat Koi Aavan Lage Mata Bhajan Lyrics

म्हापे जद भी मुसीबत,
कोई आवन लागे,
कोई आवन लागे,
म्हारे सिर के ऊपर,
चुनड़ी लेहरावन लागे।।

जद नैया हिचकोले खावे,
माँ थारी चुनड़ लहरावे,
अपने आप ही भवर में,
नैया चालन लागे,
नैया चालन लागे,
म्हारे सिर के ऊपर,
चुनड़ी लेहरावन लागे।।

लाज भगत की जावन लागे,
चुनड़ी मैया की लहरावण लागे,
थारी चुनड़ी माँ लाज ने,
बचावण लागे,
माँ बचावण लागे,
म्हारे सिर के ऊपर,
चुनड़ी लेहरावन लागे।।

जद जद म्हारो मन घबरावे,
माँ थारी चुनड़ लहरावे,
हाथों हाथ ही यो बेटो,
मुस्कावन लागे,
मुस्कावन लागे,
म्हारे सिर के ऊपर,
चुनड़ी लेहरावन लागे।।

जद जद मैया म्हासु रूठे,
‘बनवारी’ कुछ और ना सूझे,
थारा बेटा थाने चुनरी,
उड़ावन लागे,
उड़ावन लागे,
म्हारे सिर के ऊपर,
चुनड़ी लेहरावन लागे।।

म्हापे जद भी मुसीबत,
कोई आवन लागे,
कोई आवन लागे,
म्हारे सिर के ऊपर,
चुनड़ी लेहरावन लागे।।

माँ की भक्ति से बढ़कर कुछ भी नहीं। जब भी मन अशांत हो या जीवन में कोई कठिनाई आए, तो माँ का नाम लेना ही पर्याप्त है। उनकी महिमा, उनका आशीर्वाद, और उनकी कृपा सदा भक्तों पर बनी रहती है। अगर आपको यह भजन पसंद आया, तो आप माँ दुर्गा के अन्य भजन, शेरावाली माता के जागरण, और काली माँ के भजन भी सुन सकते हैं। माँ की भक्ति में लीन रहिए और अपने जीवन को प्रेम, श्रद्धा और भक्ति से भर दीजिए। जय माता दी!

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