मेरी मैया चली असुवन धारा बही विदाई भजन लिरिक्स माँ दुर्गा के विसर्जन के भावुक क्षणों को जीवंत कर देता है। जब माँ अपने भक्तों के घर से विदा लेती हैं, तो हृदय भारी हो जाता है, आँखें नम हो जाती हैं, और वातावरण भावुकता से भर जाता है। यह भजन माँ के प्रति भक्तों की अटूट श्रद्धा, प्रेम और उनके आशीर्वाद को दर्शाता है।
Meri Maiya Chali Asuvan Dhara Bahi Vidai Bhajan Lyrics
मेरी मैया चली,
असुवन धारा बही,
नौ दिन मैया ने,
बेटो की विपदा हरी,
मेरी मैया चलीं,
असुवन धारा बही।।
सारे जगत की है महारानी,
भक्तों की श्रद्धा माता ने जानी,
दिल में है खलबली,
असुवन धारा बही,
मेरी मैया चलीं,
असुवन धारा बही।।
मैया अतिथि बन कर आई,
जगमग दीपक ज्योत जलाई,
सब की बिगड़ी बनी,
असुवन धारा बही,
मेरी मैया चलीं,
असुवन धारा बही।।
आज विदाई मैया की आई,
भक्तो ने महिमा मैया की गाई,
मन में ज्योत जली,
असुवन धारा बही,
मेरी मैया चलीं,
असुवन धारा बही।।
दास ‘हेमेश’ की विनती सुनलो
सब की अर्जी माँ पूरी करदो,
रेवा के तीर चली,
असुवन धारा बही,
मेरी मैया चलीं,
असुवन धारा बही।।
मेरी मैया चली,
असुवन धारा बही,
नौ दिन मैया ने,
बेटो की विपदा हरी,
मेरी मैया चलीं,
असुवन धारा बही।।
गायक – हेमेश राज।
माँ दुर्गा की विदाई का यह क्षण हमें केवल विरह नहीं देता, बल्कि यह भी याद दिलाता है कि माँ सदैव हमारे हृदय में विराजमान रहती हैं। भक्तों के प्रेम और भक्ति से बंधी माँ दुर्गा हर वर्ष पुनः आती हैं, और अपने भक्तों के दुखों को हरकर, उनके जीवन में सुख-शांति का संचार करती हैं। यदि यह भजन आपके मन को भावनाओं से भर देता है, तो “बहे असुवन की लंबी धार माई विसर्जन में” और “विसर्जन को चली रे चली रे मोरी मैया” जैसे अन्य भजनों को भी अवश्य सुनें और माँ की महिमा का गुणगान करें। जय माता दी! 🙏🚩

मैं मां दुर्गा की आराधना व पूजा-पाठ में गहरी आस्था रखती हूं। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करती हूं और मां दुर्गा से जुड़े शक्तिशाली मंत्र, दिव्य आरती, चालीसा एवं अन्य पवित्र धार्मिक सामग्री भक्तों के साथ साझा करती हूं। मेरा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सही पूजा विधि सिखाना और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित कर कृपा प्राप्त करने में सहायक बनना है। View Profile