मेरी बिगड़ी बना दे माँ दो आँचल की अपनी छाव भजन लिरिक्स

मेरी बिगड़ी बना दे माँ दो आँचल की अपनी छाव भजन लिरिक्स में यह बताया गया है की, जब जीवन में दुखों की आंधी चलती है और चारों ओर अंधकार छा जाता है, तब माँ अपने आँचल की छाँव में हमें सुकून देती हैं। भक्त अपने हृदय की व्यथा सुनाने जब माँ के चरणों में आते हैं, तो वे कभी निराश नहीं लौटते। माँ की महिमा अपरंपार है, और जो भी श्रद्धा से उनकी शरण में आता है, उसके जीवन की हर परेशानी दूर हो जाती है।

Meri Bigadi Bana De Maa Do Aanchal Ki Apni Chhav Bhajan Lyrics

मेरी बिगड़ी बना दे माँ,
दो आँचल की अपनी छाव,
ओ मैया जी कर दो जरा दया,
मेरी माँ कर दो जरा दया,
लाखों को तुमने तारा,
डुबो को है उबारा,
ओ मैया जी कर दो जरा दया,
मेरी माँ कर दो जरा दया।।

करूँ गुणगान तुम्हारा,
सदा मैं झुक कर दाती,
समय की लहरों में भी,
जगे विश्वास की बाती,
मेहरावाली मेहरा कर दे,
शक्ति भक्ति का माँ वर दे,
ओ मैया जी कर दो जरा दया,
मेरी माँ कर दो जरा दया।।

नसीब में मेरे,
मरम्मत इनकी कर दे,
झुकाया दर पे तेरे सर,
करम अब तो कुछ कर दे,
मेरी दाती दे सहारा,
बच्चे ने है पुकारा,
ओ मैया जी कर दो जरा दया,
मेरी माँ कर दो जरा दया।।

सहारे झूठे जहाँ के,
सच्चा है नाम तुम्हारा,
लगाई आस है मैंने,
ना छूटे नाम तुम्हारा,
तेरे पथ से मैं ना भटकूँ,
पत्थर सा मैं ना चटकुं,
ओ मैया जी कर दो जरा दया,
मेरी माँ कर दो जरा दया।।

मेरी बिगड़ी बना दे माँ,
दो आँचल की अपनी छाव,
ओ मैया जी कर दो जरा दया,
मेरी माँ कर दो जरा दया,
लाखों को तुमने तारा,
डुबो को है उबारा,
ओ मैया जी कर दो जरा दया,
मेरी माँ कर दो जरा दया।।

माँ की भक्ति ही वह मार्ग है, जो हमें सच्चे सुख और शांति तक पहुँचाता है। जब भी जीवन में कठिनाइयाँ आएँ, माँ के चरणों में सिर झुकाकर देखिए, हर समस्या का समाधान वहीं मिलेगा। अगर आपको यह भजन पसंद आया, तो अन्य भजनों को भी पढ़ें, जैसे: “माँ को कभी तुम भूल ना जाना”, “मेरी आस तू है माँ विश्वास तू है माँ”, “मेरी वैष्णो मैया तेरी महिमा अपरम्पार”। इन भजनों के माध्यम से माँ की महिमा का गुणगान करें और अपने जीवन को माँ की कृपा से संवारें। जय माता दी!

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