मैया तेरे मंदिर का रस्ता मुझे मिल जाए भजन लिरिक्स

मैया तेरे मंदिर का रस्ता मुझे मिल जाए यह भजन एक भक्त की गहरी भावनाओं का अर्पण है, जिसमें वह माँ से अपने जीवन में सही मार्ग पर चलने की कामना करता है। भक्त माँ से अपने पथ को सही दिशा देने की प्रार्थना करता है, ताकि वह उनके दर्शन कर सके और उनके आशीर्वाद से जीवन के कठिन रास्तों को आसान बना सके। यह भजन भक्त की श्रद्धा, भक्ति और विश्वास को व्यक्त करता है।

Maiya Tere Mandir Ka Rasta Mujhe Mil Jaye Bhajan Lyrics

मैया तेरे मंदिर का,
दाती तेरे मंदिर का,
रस्ता मुझे मिल जाए,
बिगड़ी तकदीर मेरी,
तेरे दर पे संवर जाए,
मईया तेरे मंदिर का,
दाती तेरे मंदिर का।।

मझधार मेरी नैया,
माँ पार लगा देना,
डगमग है नाव मेरी,
डगमग है नाव मेरी,
भव पार ये हो जाए,
मईया तेरे मंदिर का,
दाती तेरे मंदिर का।।

झूठे सब रिश्ते है,
झूठे सब नाते है,
एक साँचा नाम तेरा,
एक साँचा नाम तेरा,
मेरा मनवा जप जाए,
मईया तेरे मंदिर का,
दाती तेरे मंदिर का।।

तू आस मेरी है माँ,
विश्वास मेरा है माँ,
तेरे इस बालक को,
तेरे इस बालक को,
तेरा प्यार माँ मिल जाए,
मईया तेरे मंदिर का,
दाती तेरे मंदिर का।।

अपने मंदिर का माँ,
रस्ता दिखला देना,
अब भटक नहीं पाऊं,
अब भटक नहीं पाऊं,
ऐसी किरपा मिल जाए,
मईया तेरे मंदिर का,
दाती तेरे मंदिर का।।

मैया तेरे मंदिर का,
दाती तेरे मंदिर का,
रस्ता मुझे मिल जाए,
बिगड़ी तकदीर मेरी,
तेरे दर पे संवर जाए,
मईया तेरे मंदिर का,
दाती तेरे मंदिर का।।

“मैया तेरे मंदिर का रस्ता मुझे मिल जाए” भजन माँ की कृपा और आशीर्वाद की आवश्यकता को दर्शाता है। यह भजन न केवल माँ की उपासना का एक रूप है, बल्कि जीवन की कठिनाइयों से बाहर निकलने के लिए माँ के मार्गदर्शन की आवश्यकता को भी रेखांकित करता है। जैसे कि “जय माँ दुर्गा” और “माँ का आशीर्वाद” भजन में भी माँ के प्रति भक्त की श्रद्धा प्रकट होती है, वैसे ही इस भजन में भक्त जीवन के सही रास्ते की तलाश में माँ से मार्गदर्शन प्राप्त करने की कामना करता है। माँ के आशीर्वाद से ही हम जीवन की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं और अपने जीवन को सफल बना सकते हैं।

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