जब भी जीवन के कठिन मोड़ों पर मैंने खुद को अकेला पाया, तब-तब एक अदृश्य शक्ति ने मुझे सहारा दिया। यह शक्ति और कोई नहीं, स्वयं माँ भवानी हैं, जो अपने भक्तों के साथ हर परिस्थिति में खड़ी रहती हैं। मैंने देखा है कितनी ही बार भवानी मेरे संग चलती भजन इसी दिव्य अनुभूति का वर्णन करता है, जहां भक्त को यह एहसास होता है कि माँ दुर्गा हर क्षण उसके साथ हैं, हर संकट में उसे मार्ग दिखा रही हैं। आइए, इस भजन के भावों में डूबें और माँ की कृपा का अनुभव करें।
Maine Dekha Hai Kitani Hi Bar Bhawani Mere Sang Chalti
मैंने देखा है कितनी ही बार,
भवानी मेरे संग चलती,
मेरी बिगड़ी बनाई हर बार,
मेरी बिगड़ी बनाई हर बार,
भवानी मेरे संग चलती,
मैया जी मेरे संग चलती।1।
ज्योत में तू त्रिशूल में तू,
मेहंदी नथली फुल में तू,
ओढ़े चुनड़ी माँ सिंह पे सवार,
भवानी मेरे संग चलती,
मैया जी मेरे संग चलती।2।
लाख मुसीबत आती है,
ज्यों आती है त्यों चली जाती है,
चाहे बैरी बना ये संसार,
भवानी मेरे संग चलती,
मैया जी मेरे संग चलती।3।
रोज परीक्षायें लेती है,
फेल कभी होने नही देती है,
माँ ने मुझको जिताया कई बार,
भवानी मेरे संग चलती,
मैया जी मेरे संग चलती।4।
काळजै लगा कर रखती है,
‘अम्बरीष’ ये गलतियों को ढकती है,
किये भग्तों पे लाखों उपकार,
भवानी मेरे संग चलती,
मैया जी मेरे संग चलती।5।
मैंने देखा है कितनी ही बार,
भवानी मेरे संग चलती,
मेरी बिगड़ी बनाई हर बार,
मेरी बिगड़ी बनाई हर बार,
भवानी मेरे संग चलती,
मैया जी मेरे संग चलती।6।
माँ दुर्गा की कृपा असीमित है, और जो सच्चे हृदय से उन्हें पुकारता है, वे सदा उसकी रक्षा करती हैं। मैंने देखा है कितनी ही बार भवानी मेरे संग चलती हमें यह विश्वास दिलाता है कि माँ कभी अपने भक्तों का साथ नहीं छोड़तीं। यदि आपको यह भजन शांति और श्रद्धा से भर देता है, तो आप “जगदंबे दयामयि माँ, मेरी सुध ले लो” भजन भी अवश्य करे, जिसमें माँ की करुणा और प्रेम का अद्भुत वर्णन है।

मैं मां दुर्गा की आराधना व पूजा-पाठ में गहरी आस्था रखती हूं। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करती हूं और मां दुर्गा से जुड़े शक्तिशाली मंत्र, दिव्य आरती, चालीसा एवं अन्य पवित्र धार्मिक सामग्री भक्तों के साथ साझा करती हूं। मेरा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सही पूजा विधि सिखाना और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित कर कृपा प्राप्त करने में सहायक बनना है। View Profile