माँ वैष्णो के दर पे कमाल हो गया | Maa Vaishno Ke Dar Pe Kamaal Ho Gaya

जब भक्त माँ वैष्णो देवी के दरबार में श्रद्धा और प्रेम से हाजिरी लगाता है, तो उसकी हर मनोकामना पूर्ण होने लगती है। माँ की कृपा इतनी अद्भुत होती है कि उनका दरबार भक्तों के लिए आस्था और चमत्कार का केंद्र बन जाता है। माँ वैष्णो के दर पे कमाल हो गया भजन माँ के इस चमत्कारी दरबार की महिमा का गुणगान करता है, जहाँ भक्त अपने सभी कष्ट भूलकर माँ के प्रेम और आशीर्वाद में डूब जाता है। आइए, इस भजन के साथ माँ वैष्णो देवी की अपार कृपा का अनुभव करें।

Maa Vaishno Ke Dar Pe Kamaal Ho Gaya

माँ वैष्णो के दर पे,
कमाल हो गया,
भगत जो भी आया,
मालामाल हो गया।1।

माँ के दर पे जो भी,
सवाली आ गए,
लौट के वो दर से,
कभी खाली ना गए,
बांह ऐसी पकड़ी,
मैं निहाल हो गया,
भगत जो भी आया,
मालामाल हो गया।2।

कटरा की वादियों का,
नूर निराला,
जिसको माँ बुलाती,
बड़ा किस्मत वाला,
मन में माँ के दर्शन का,
खयाल आ गया,
भगत जो भी आया,
मालामाल हो गया।3।

चढ़ के चढ़ाइयां,
मां के दर जो आया,
जिसने जो मांगा,
वो वर है पाया,
द्वार मां के जाके,
खुशहाल हो गया,
भगत जो भी आया,
मालामाल हो गया।4।

चरणों में मां के झुकाया,
जिसने शीश,
धन्य हुआ पा के,
वो मां का आशीष,
मां के रंग में रंग मैं,
लालो लाल हो गया,
भगत जो भी आया,
मालामाल हो गया।5।

माँ वैष्णो के दर पे,
कमाल हो गया,
भगत जो भी आया,
मालामाल हो गया।6।

माँ वैष्णो देवी का दरबार हर भक्त के लिए एक दिव्य तीर्थ है, जहाँ श्रद्धा से उठे हर कदम को माँ अपने आशीर्वाद से संवार देती हैं। माँ वैष्णो के दर पे कमाल हो गया भजन हमें माँ की चमत्कारी कृपा का एहसास कराता है। यदि यह भजन आपके मन को भक्ति-भाव से भर देता है, तो “चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है” भजन भी अवश्य करें, जिसमें माँ के आह्वान और उनकी अलौकिक महिमा का सुंदर वर्णन किया गया है।

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