माँ तेरे दरबार झुके सारा संसार भजन लिरिक्स

माँ तेरे दरबार झुके सारा संसार भजन माँ की अनंत महिमा और उनके दरबार की महत्ता को दर्शाता है। जब भक्त सच्चे हृदय से माँ के चरणों में शीश झुकाते हैं, तो उनका हर दुख, हर परेशानी माँ स्वयं हर लेती हैं। इस भजन में माँ के अद्भुत दरबार की भव्यता, भक्तों की श्रद्धा, और माँ की कृपा का वर्णन किया गया है, जिससे भक्तों को आध्यात्मिक शांति और शक्ति प्राप्त होती है।

Maa Tere Darbar Jhuke Sara Sansar Bhajan Lyrics

माँ तेरे दरबार,
झुके सारा संसार,
मेरी सुनले पुकार,
ज्योता वालिये हो लाटा वालिये,
मां तेरे दरबार,
झुके सारा संसार।।

बिच भंवर में घिर गई नैया,
घिर गई नैया,
तुझ बिन मेरा कौन खिवैया,
कौन खिवैया,
तूफ़ा उठा है माँ,
तूफ़ा उठा है लहरों में तू,
कर दे बेडा पार माँ,
मेरी सुनले पुकार,
ज्योता वालिये हो लाटा वालिये,
मां तेरे दरबार,
झुके सारा संसार।।

तुम चाहो तो टूटे जोड़ो,
टूटे जोड़ो,
मुर्दे में जां वापस मोड़ो,
वापस मोड़ो,
अपने नाम की माँ,
अपने नाम की लाज बचालो,
भक्त ना जाए हार माँ,
मेरी सुनले पुकार,
ज्योता वालिये हो लाटा वालिये,
मां तेरे दरबार,
झुके सारा संसार।।

हे जगदम्बे हे महामाया,
हे महामाया,
सर के बल मैं चल के आया,
चल के आया,
आज ना तेरे माँ,
आज ना तेरे दरस हुए तो,
दूंगा शीश उतार,
मेरी सुनले पुकार,
ज्योता वालिये हो लाटा वालिये,
मां तेरे दरबार,
झुके सारा संसार।।

माँ तेरे दरबार,
झुके सारा संसार,
मेरी सुनले पुकार,
ज्योता वालिये हो लाटा वालिये,
मां तेरे दरबार,
झुके सारा संसार।।

माँ भगवती का दरबार हर भक्त के लिए खुला है, जहाँ प्रेम और भक्ति से भरे मन वालों की हर मुराद पूरी होती है। माँ की इस असीम कृपा का अनुभव करने के लिए “देखकर श्रृंगार माँ का दिल दीवाना हो गया” और “ओढ़ चुनरिया न्यारी न्यारी लागे माँ” जैसे भजनों का पाठ करें। माँ की कृपा सभी पर बनी रहे, जय माता दी!

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