माँ सुन ले पुकार मैं आया तेरे द्वार

भक्त जब सच्चे मन से माँ के द्वार पर आता है, तो उसकी हर पुकार माँ अवश्य सुनती हैं। माँ सुन ले पुकार, मैं आया तेरे द्वार भजन एक भक्त की गहरी आस्था और श्रद्धा को व्यक्त करता है, जहाँ वह अपने सारे दुख-दर्द माँ के चरणों में अर्पित कर, उनकी कृपा की विनती करता है। माँ की शरण में आकर हर चिंता मिट जाती है, और मन श्रद्धा से भर उठता है। आइए, इस भजन के साथ माँ की भक्ति में रम जाएं।

Maa Sun Le Pukar Main Aaya Tere Dwar

माँ सुन ले पुकार,
मां सुन ले पुकार,
मैं आया तेरे द्वार,
ओ माता मेरी शेरावालिये,
ओ माता मेरी जोतावालिये,
झोली भर दे मेरी मैया,
ये है मेरे दिल की पुकार,
मां सुन ले पुकार,
मैं आया तेरे द्वार,
जय जय माँ जय जय माँ,
जय जय माँ जय जय माँ।1।

मैया मेरी है ममता का मंदिर,
ममता का मंदिर,
जाने कितनो की संवारी है तकदीर,
संवारी है तकदीर,
ओ माता मेरी जोतावालिये,
झोली भर दे मेरी मैया,
ये है मेरे दिल की पुकार,
मां सुन ले पुकार,
मैं आया तेरे द्वार,
जय जय माँ जय जय माँ,
जय जय माँ जय जय माँ।2।

आज मुरादें लेकर आया यहाँ,
ओ मैया आए यहाँ,
इस दर से खाली हाथ,
ओ मैया जाऊं कहाँ,
ओ मैया जाए कहाँ,
ओ माता मेरी जोतावालिये,
झोली भर दे मेरी मैया,
ये है मेरे दिल की पुकार,
मां सुन ले पुकार,
मैं आया तेरे द्वार,
जय जय माँ जय जय माँ,
जय जय माँ जय जय माँ।3।

माँ सुन ले पुकार,
मां सुन ले पुकार,
मैं आया तेरे द्वार,
ओ माता मेरी शेरावालिये,
ओ माता मेरी जोतावालिये,
झोली भर दे मेरी मैया,
ये है मेरे दिल की पुकार,
मां सुन ले पुकार,
मैं आया तेरे द्वार,
जय जय माँ जय जय माँ,
जय जय माँ जय जय माँ।4।

माँ की ममता और करुणा असीमित है, और जो भी उनके द्वार पर सच्चे मन से पुकार लगाता है, माँ उसकी झोली भर देती हैं। “माँ सुन ले पुकार, मैं आया तेरे द्वार” भजन माँ की इसी कृपा का स्मरण कराता है। यदि यह भजन आपको माँ की भक्ति से जोड़ता है, तो “आये हैं दिन नवरातों के, मेरी मैया के जगरातों के” भजन भी अवश्य पढ़े, जिसमें माँ के जगरातों और नवरात्रि के भक्तिमय वातावरण का सुंदर वर्णन किया गया है।

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