माँ ऊँचे पर्वत वाली, करती शेरों की सवारी भजन माता रानी की महिमा और उनकी अद्भुत शक्ति का वर्णन करता है। यह भजन हमें माँ दुर्गा के उस रूप से जोड़ता है, जहाँ वे अपने भक्तों की रक्षा के लिए सिंह पर विराजमान होकर असुरों का नाश करती हैं। जब भी भक्त माँ को सच्चे दिल से पुकारते हैं, माँ उनकी रक्षा के लिए दौड़ी चली आती हैं।
Maa Oonche Parvat Wali Karti Shero Ki Sawari Bhajan Lyrics
माँ ऊँचे पर्वत वाली,
करती शेरो की सवारी,
अम्बे माँ,
घर में पधारो मेरी माँ,
अम्बे माँ,
घर में पधारो मेरी माँ।।
तेरे नाम की ज्योत जली है,
दर्शन को टोली खड़ी है,
अम्बे माँ,
आरती उतारूं मेरी माँ,
अम्बे माँ,
आरती उतारूं मेरी माँ।।
आँखे दर्शन की है प्यासी,
आजा माता मिटे उदासी,
अम्बे माँ,
चरण पखारूँ मेरी माँ,
अम्बे माँ,
चरण पखारूँ मेरी माँ।।
हम सब भक्ति भाव ना जाने,
पूजा पाठ नहीं कुछ जाने,
अम्बे माँ,
तेरे ही गुण गाऊं ओ माँ,
अम्बे माँ,
तेरे ही गुण गाऊं ओ माँ।।
माँ ऊँचे पर्वत वाली,
करती शेरो की सवारी,
अम्बे माँ,
घर में पधारो मेरी माँ,
अम्बे माँ,
घर में पधारो मेरी माँ।।
माँ दुर्गा शक्ति, साहस और भक्ति का प्रतीक हैं। जो भी भक्त सच्चे मन से उनका स्मरण करता है, वह हर संकट से मुक्त हो जाता है। यह भजन हमें माँ के प्रति अटूट श्रद्धा रखने और उनकी कृपा को अनुभव करने का अवसर देता है , अगर आप और भी भक्तिमय भजनों का आनंद लेना चाहते हैं, तो “ज्योत जली तेरी, तुझे आना पड़ेगा माता” और “आओ जी आओ मैया, आज म्हारे आंगणे” जैसे भजनों को अवश्य सुनें।

मैं मां दुर्गा की आराधना व पूजा-पाठ में गहरी आस्था रखती हूं। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करती हूं और मां दुर्गा से जुड़े शक्तिशाली मंत्र, दिव्य आरती, चालीसा एवं अन्य पवित्र धार्मिक सामग्री भक्तों के साथ साझा करती हूं। मेरा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सही पूजा विधि सिखाना और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित कर कृपा प्राप्त करने में सहायक बनना है। View Profile