जीवन के संघर्षों में जब हर राह कठिन लगने लगती है, तब केवल माँ अम्बे ही हैं जो हमें सहारा देती हैं। ले थाम ले अम्बे माँ हाथ अब मेरा भजन भक्त की पुकार है, जो माँ से अपने जीवन की नैया पार लगाने की विनती करता है। यह भजन माँ की असीम करुणा और भक्तों पर उनकी कृपा को दर्शाता है। अगर आप भी अपने जीवन में माँ के आशीर्वाद की अनुभूति करना चाहते हैं, तो इस भजन को सच्चे मन से गाइए और माँ की महिमा का अनुभव कीजिए।
Le Tham Le Ambe Maa Hath Ab Mera Bhajan Lyrics
ले थाम ले अम्बे माँ,
हाथ अब मेरा,
ना छोड़ना माँ कभी,
साथ अब मेरा,
साथ अब मेरा,
हाथ अब मेरा,
ले थाम लें अंबे माँ,
हाथ अब मेरा।
बेटा हूँ मैं तुम्हारा,
तेरा ही आसरा है,
तेरे सिवा जहान में,
मेरा ना दूसरा है,
जग छोड़ चाहे जाए,
छूटे ना साथ तेरा,
ले थाम लें अंबे माँ,
हाथ अब मेरा,
ना छोड़ना माँ कभी,
साथ अब मेरा।।
तेरे ही दम पे मैया,
संसार सारा चलता,
तेरी दया से जननी,
परिवार मेरा पलता,
होते तेरे रहे क्यों,
बेटा अनाथ तेरा,
ले थाम ले अंबे माँ,
हाथ अब मेरा,
ना छोड़ना माँ कभी,
साथ अब मेरा।।
तेरे ‘हर्ष’ की तमन्ना,
इतनी सी है भवानी,
चरणों में तेरे बीते,
सेवक की जिंदगानी,
रखना सदा माँ सिर पे,
किरपा का हाथ तेरा,
ले थाम ले अंबे माँ,
हाथ अब मेरा,
ना छोड़ना माँ कभी,
साथ अब मेरा।।
ले थाम ले अम्बे माँ,
हाथ अब मेरा,
ना छोड़ना माँ कभी,
साथ अब मेरा,
साथ अब मेरा,
हाथ अब मेरा,
ले थाम ले अंबे माँ,
हाथ अब मेरा।।
जब माँ अम्बे का हाथ सिर पर होता है, तो जीवन की हर मुश्किल आसान हो जाती है। इस भजन में हमने माँ की करुणा और भक्तों के प्रति उनके प्रेम को महसूस किया। अगर यह भजन आपको पसंद आया, तो आप “शेरावाली की नज़र जिसपे पड़ने लगी” या “नैया चलाती हूँ मैं, बिगड़ी बनाती हूँ माता” जैसे और भी भजनों को सुन सकते हैं। माँ की भक्ति में लीन रहें और अपने जीवन में सुख-शांति का अनुभव करें। जय माता दी!