ले के पूजा की थाली ज्योत मन की जगा ली भजन लिरिक्स

ले के पूजा की थाली ज्योत मन की जगा ली यह भजन माँ भगवती की भक्ति और उनके प्रति श्रद्धा को दर्शाता है। भक्त माँ के चरणों में अपना समर्पण अर्पित करता है और अपने मन की ज्योत को प्रज्वलित करता है ताकि माँ की कृपा प्राप्त हो सके। यह भजन भक्तों के मन में भक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।

Le Ke Pooja Ki Thali Jyot Man Ki Jaga Li Bhajan Lyrics

ले के पूजा की थाली,
ज्योत मन की जगा ली,
तेरी आरती उतारूँ भोली माँ,
तू जो दे दे सहारा,
सुख जीवन का सारा,
तेरे चरणों पे वारूँ भोली माँ,
ओ माँ ओ माँ।।

धूल तेरे चरणों की लेकर,
माथे तिलक लगाया,
यही कामना लेकर मैया,
द्वार तेरे मैं आया,
रहूँ मैं तेरा हो के,
तेरी सेवा में खो के,
सारा जीवन गुजारूं भोली माँ,
तू जो दे दे सहारा,
सुख जीवन का सारा,
तेरे चरणों पे वारूँ भोली माँ,
ओ माँ ओ माँ।।

सफल हुआ ये जनम के मैं था,
जन्मों से कंगाल,
तुने भक्ति का धन दे के,
कर दिया मालामाल,
रहे जब तक ये प्राण,
करूँ तेरा ही ध्यान,
नाम तेरा पुकारूं भोली माँ,
तू जो दे दे सहारा,
सुख जीवन का सारा,
तेरे चरणों पे वारूँ भोली माँ,
ओ माँ ओ माँ।।

ले के पूजा की थाली,
ज्योत मन की जगा ली,
तेरी आरती उतारूँ भोली माँ,
तू जो दे दे सहारा,
सुख जीवन का सारा,
तेरे चरणों पे वारूँ भोली माँ,
ओ माँ ओ माँ।।

माँ की भक्ति से जीवन में उजाला और सुख-शांति आती है। इस भजन को पढ़ें और करें, और अन्य भक्तिमय भजन जैसे “माँ शेरावाली जग से निराली”, “भक्तों के घर कभी आजा शेरावाली” और “चारों दिशा में मैया जी की हो रही जय जयकार” का भी आनंद लें। माता रानी की कृपा आप पर बनी रहे!

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