Lal Chunar Laharai Re Janani Hey Ambe Maa Bhajan Lyrics
लाल चुनर लहराई रे,
जननी हे अम्बे माँ,
तेरी बहुत बड़ी सकलाई रे,
हो ओ ओ लाल चुनर लहरायी रे,
जननी हे अम्बे माँ,
तेरी बहुत बड़ी सकलाई रे।।
लाल चुनर से तेरा क्या नाता,
जग में कोई जान ना पाता,
जिसने भी माँ को चुनरी चढ़ाई,
जिसने भी माँ को चुनरी चढ़ाई,
पल में भवानी दौड़ी तू आई,
जननी हे अम्बे माँ,
तेरी बहुत बड़ी सकलाई रे,
हो ओ ओ लाल चुनर लहरायी रे,
जननी हे अम्बे माँ,
तेरी बहुत बड़ी सकलाई रे।।
तेरी चुनरिया जग से निराली,
इसमें छुपी है सबकी खुशहाली,
दुष्टों की ये काल बने माँ,
दुष्टों की ये काल बने माँ,
भक्तो की रखपाल बने माँ,
जननी हे अम्बे माँ,
तेरी बहुत बड़ी सकलाई रे,
हो ओ ओ लाल चुनर लहरायी रे,
जननी हे अम्बे माँ,
तेरी बहुत बड़ी सकलाई रे।।
देवों ने तुझे चुनड़ी ओढ़ाई,
वेद पुराणों ने महिमा है गाई,
‘हर्ष’ भगत माँ इतना ही चाहे,
‘हर्ष’ भगत माँ इतना ही चाहे,
तेरी चुनरिया यूँ ही लहराए,
जननी हे अम्बे माँ,
तेरी बहुत बड़ी सकलाई रे,
हो ओ ओ लाल चुनर लहरायी रे,
जननी हे अम्बे माँ,
तेरी बहुत बड़ी सकलाई रे।।
लाल चुनर लहराई रे,
जननी हे अम्बे माँ,
तेरी बहुत बड़ी सकलाई रे,
हो ओ ओ लाल चुनर लहरायी रे,
जननी हे अम्बे माँ,
तेरी बहुत बड़ी सकलाई रे।।
मैं मां दुर्गा की आराधना व पूजा-पाठ में गहरी आस्था रखती हूं। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करती हूं और मां दुर्गा से जुड़े शक्तिशाली मंत्र, दिव्य आरती, चालीसा एवं अन्य पवित्र धार्मिक सामग्री भक्तों के साथ साझा करती हूं। मेरा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सही पूजा विधि सिखाना और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित कर कृपा प्राप्त करने में सहायक बनना है। View Profile 🚩🙏