की खट्टया मैं तेरा लाल बनके पंजाबी भजन

जब भक्त माँ के चरणों में अपना सर्वस्व समर्पित कर देता है, तो माँ भी उसकी हर पुकार का उत्तर देती हैं। की खट्टया मैं तेरा लाल बनके पंजाबी भजन इसी भक्तिभाव को प्रकट करता है, जिसमें एक सच्चा भक्त माँ के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करता है। यह भजन माँ के प्रेम, आशीर्वाद और भक्तों के प्रति उनकी करुणा का सुंदर चित्रण करता है, जिससे हर श्रोता का हृदय भक्ति से भर उठता है।

Ki Khattya Main Tera Lal Banke Panjabi Bhajan

कदे पुरियां ना होईयां,
कदे पुरियां ना होईया,
कर कर अरजोईयां,
अखा हंजुआ नाल धोईयां,
रहगी सदरां मां मेरीयां,
जंजाल बण के,
की खट्टया मैं तेरा लाल बनके,
कदे पुरियां ना होईया,
कर कर अरजोईयां।1।

ना मैं होर दर जाके,
कदे अलख जगाई,
रया तेरे ही भरोसे,
खैर पाई जा ना पाई,
मेरे रहगे मां सवाल,
ही सवाल बण के,
की खट्टया मैं तेरा लाल बण के।2।

ना मैं कित्तियां शकैता,
तेरी किसे कोल बहके,
तेरी रजा विच राजी,
मैं ता रिया सब सहके,
सोचां सोचां विच पै,
गईयां ख्याल बण के,
की खट्टया मैं तेरा लाल बण के।3।

कईयां लघियां तरीकां,
सालो साल लघं चले,
अज ताई मेरे दिन,
आए ना सव्वले,
दिन इक इक लंघे,
मेरा साल बणके,
की खट्टया मैं तेरा लाल बण के।4।

पुरी होई ना ‘स्नेही’,
दी जे तां वी गल की ए,
ताने मारू तैनू पोला,
दस कमले दा की ए,
हाल जिन्दड़ी दा रह गिया,
बेहाल बण के,
की खट्टया मैं तेरा लाल बण के।5।

कदे पुरियां ना होईयां,
कदे पुरियां ना होईया,
कर कर अरजोईयां,
अखा हंजुआ नाल धोईयां,
रहगी सदरां मां मेरीयां,
जंजाल बण के,
की खट्टया मैं तेरा लाल बनके,
कदे पुरियां ना होईया,
कर कर अरजोईयां।6।

माँ अपने हर भक्त की भक्ति को स्वीकार करती हैं और उसे प्रेमपूर्वक आशीर्वाद प्रदान करती हैं। “की खट्टया मैं तेरा लाल बनके” भजन में यही भावना झलकती है कि जो भी भक्त सच्चे मन से माँ की शरण में आता है, उसे कभी कोई कमी नहीं रहती। अगर यह भजन आपको माँ के प्रेम और कृपा का अनुभव कराता है, तो “शेरावाली माँ मेरी कमाल कर दी” भजन भी अवश्य पढ़े, जिसमें माँ दुर्गा के आशीर्वाद और चमत्कारों की महिमा का गुणगान किया गया है।

Leave a comment