माँ दुर्गा केवल शक्ति और भक्ति की अधिष्ठात्री नहीं, बल्कि हर भक्त के लिए स्नेहमयी माता भी हैं। जब कोई भक्त माँ को अपने हृदय से पुकारता है, तो वह उसकी गोद में बच्चा बनकर उनकी ममता का अनुभव करना चाहता है। केड जाकर म्हे दादी का लाड़ लड़ावांगा भजन इसी प्रेम और भक्ति की भावना को प्रकट करता है, जहाँ भक्त माँ को अपनी दादी की तरह मानकर उनसे लाड़-प्यार पाने की इच्छा करता है।
Ked Jakar Mhe Dadi Ka Lad Ladavanga
केड जाकर म्हे दादी का,
लाड़ लड़ावांगा,
ओ करलो करलो सब तैयारी,
म्हे तो केड जावांगा।1।
शरदउत्सव आयो दादी को,
बडो ही प्यारो प्यारो,
भक्तों ने मिलकर के लगायो,
थारो जय जयकारो,
मंदिरये में आके थाने,
भजन सुनावांगा,
ओ करलो करलो सब तैयारी,
म्हे तो केड जावांगा।2।
शरद उत्सव में दादी को,
खूब सज्यो दरबार,
भक्तों से मिलने को दादी,
रही है बाट निहार,
केड जाकर म्हें दादी का,
लाड लडावांगा,
ओ करलो करलो सब तैयारी,
म्हे तो केड जावांगा।3।
शरदउत्सव में दादी का,
आवे भक्त हजार,
‘मधु’ बोले केड जाने,
को हो जा तैयार,
झुमझूम कर आज दादी ने,
म्हें रिझावांगा,
ओ करलो करलो सब तैयारी,
म्हे तो केड जावांगा।4।
केड जाकर म्हे दादी का,
लाड़ लड़ावांगा,
ओ करलो करलो सब तैयारी,
म्हे तो केड जावांगा।5।
माँ की ममता अपरंपार है, और उनके भक्त उनके स्नेह में ऐसा डूब जाते हैं कि वे माँ के आँचल में हर दुःख भूल जाते हैं। केड जाकर म्हे दादी का लाड़ लड़ावांगा भजन माँ के प्रति उस गहरे प्रेम को दर्शाता है, जो भक्तों को उनसे जोड़ता है। यदि यह भजन आपके मन को भक्ति और श्रद्धा से भर देता है, तो “मैया रे मैं तो तेरे लाड लडाऊं” भजन भी अवश्य सुनें, जिसमें माँ के प्रति प्रेम और भक्ति का मधुर स्वरूप प्रकट होता है।

मैं मां दुर्गा की आराधना व पूजा-पाठ में गहरी आस्था रखती हूं। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करती हूं और मां दुर्गा से जुड़े शक्तिशाली मंत्र, दिव्य आरती, चालीसा एवं अन्य पवित्र धार्मिक सामग्री भक्तों के साथ साझा करती हूं। मेरा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सही पूजा विधि सिखाना और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित कर कृपा प्राप्त करने में सहायक बनना है। View Profile