करता हूँ माँ मैं वंदन – भजन लिरिक्स

करता हूँ माँ मैं वंदन भजन मां की महिमा को समर्पित एक भक्तिपूर्ण प्रस्तुति है, जिसमें भक्त अपनी पूरी श्रद्धा और प्रेम के साथ देवी मां का वंदन करता है। जब हम सच्चे मन से मां की अराधना करते हैं, तो वे हमारी हर मनोकामना पूर्ण करती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का संचार करती हैं। यह भजन हर भक्त के दिल में भक्ति की ज्योत जगाने वाला है, जिससे मन को असीम शांति और आनंद की अनुभूति होती है।

Karta Hu Maa Main Vandan

करता हूँ माँ मैं वंदन,
मुझे ज्ञान का दो दर्पण,
मेरी ज़िंदगी सँवर जाए,
मेरी ज़िंदगी सँवर जाए,
करता हूँ पुष्प अर्पण,
मुझे दे दो मैया दर्शन,
मेरा भाग्य भी निखर जाए,
मेरी ज़िंदगी सँवर जाए।1।

सूरत तेरी माँ मैं तो,
दिल में रखूं बसा के,
रह ना सकूँ मैं इक पल,
चरणों से दूर जाके,
इक आस है लगा ली,
सुन ले माँ शेरावाली,
मैया तू मेरे घर आये,
मैया तू मेरे घर आये,
करता हूँ माँ मै वंदन।2।

धरती के कण कण में है,
मैया तेरा बसेरा,
हर भक्त की जुबां पे,
मैया है नाम तेरा,
करता हूँ मैं नमन माँ,
पावन करो ये मन माँ,
दिन भक्ति में गुजर जाए,
दिन भक्ति में गुजर जाए,
करता हूँ माँ मै वंदन।3।

दर दर की ठोकर खाके,
तेरी शरण मैं आया,
अब तो करो माँ प्रेम की,
हम पर निर्मल छाया,
करता हूँ मैं समर्पण,
निश्छल हो माँ मेरा मन,
जीवन मेरा सुधर जाए,
जीवन मेरा सुधर जाए,
करता हूँ माँ मै वंदन।4।

करता हूँ माँ मैं वंदन,
मुझे ज्ञान का दो दर्पण,
मेरी ज़िंदगी सँवर जाए,
मेरी ज़िंदगी सँवर जाए,
करता हूँ पुष्प अर्पण,
मुझे दे दो मैया दर्शन,
मेरा भाग्य भी निखर जाए,
मेरी ज़िंदगी सँवर जाए।5।

मां की आराधना करने से जीवन में सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं, और भक्त को मां का अपार आशीर्वाद प्राप्त होता है। यदि यह भजन आपको भक्तिरस में डुबो रहा है, तो आपको [“कर दो नजरें करम काली मां”](दूसरे भजन का लिंक डालें) भजन भी अवश्य सुनना चाहिए, जिसमें मां काली की कृपा और करुणा का सुंदर वर्णन किया गया है। आइए, भक्ति के इस दिव्य प्रवाह में बहें और मां के चरणों में अपना शीश नवाएं—जय माता दी! ????

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