“जो देना हो तो मईया उपहार ये देना” एक दिल से जुड़ा हुआ भजन है जिसमें भक्त अपनी माँ से आशीर्वाद की प्रार्थना करता है। इस भजन में भक्त माँ से एक उपहार की मांग करता है, जो उसे जीवन में सच्ची शांति और सुख दे सके। यह भजन माँ के प्रति अपनी श्रद्धा और समर्पण को दर्शाता है। भक्त चाहता है कि माँ उसे उन अद्भुत आशीर्वादों से नवाजें, जो उसकी ज़िंदगी को और भी बेहतर बना सके। आइए, हम इस भजन के माध्यम से माँ से अपने दिल की बात करें और उनके आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें।
Jo Dena Ho To Maiya Uphar Ye Dena Bhajan Lyrics
जो देना हो तो मईया,
उपहार ये देना,
तेरी ममता पर थोड़ा,
अधिकार दे देना,
जो देना हों तों मईया,
उपहार ये देना।।
वैसे तो पहले ही,
काफी है ये तोहफा,
तू है मेरी मैया है,
मैं हूँ तेरा बेटा,
बेटा का जिस पर हक़ है,
वो प्यार दे देना,
जो देना हों तों मईया,
उपहार ये देना।।
दौलत से जीने के,
साधन तो मिल जाए,
पर माँ की ममता को,
लेने कहाँ जाए,
मुझको है बस ममता की,
दरकार दे देना,
जो देना हों तों मईया,
उपहार ये देना।।
अमृत में ममता का,
जो अंश ना होता,
तो विष और अमृत में,
कोई फर्क ना होता,
‘सोनू’ को उस अमृत की,
एक धार दे देना,
तेरी ममता पर थोड़ा,
अधिकार दे देना,
जो देना हों तों मईया,
उपहार ये देना।।
जो देना हो तो मईया,
उपहार ये देना,
तेरी ममता पर थोड़ा,
अधिकार दे देना,
जो देना हों तों मईया,
उपहार ये देना।।
“जो देना हो तो मईया उपहार ये देना” भजन में भक्त माँ से केवल भौतिक चीज़ों की नहीं, बल्कि आत्मिक शांति और सुख की मांग करता है। यह भजन हमें यह सिखाता है कि माँ से सबसे बड़ा उपहार उनका आशीर्वाद और सच्ची खुशी है। जब हम माँ के आशीर्वाद से भरपूर होते हैं, तो जीवन की सारी कठिनाइयाँ आसान लगने लगती हैं। यदि आपको यह भजन पसंद आया, तो आप “माँ दुर्गा के आशीर्वाद”, “जय माँ दुर्गा”, और “माँ के भव्य भजन” जैसे अन्य भजनों का भी आनंद ले सकते हैं, जो माँ दुर्गा की महिमा और उनके अनंत आशीर्वाद को दर्शाते हैं। माँ दुर्गा का आशीर्वाद सदा हमारे साथ बना रहे।