जब इंसान अपनी जिंदगी के सफर में हर तरफ अंधेरा देखता है, तब बस एक ही ज्योति उसे राह दिखाती है,मां की भक्ति। माँ की कृपा जब बरसती है, तो सारी मुश्किलें अपने आप हल हो जाती हैं। यही भाव हमें जब से तेरे दर पे आया, तूने इतना प्यार लुटाया भजन में देखने को मिलता है। यह भजन भक्त और माँ के उस अटूट प्रेम को दर्शाता है, जो हर भक्त के दिल में बसता है।
Jab Se Tere Dar Pe Aaya Tune Itna Pyar Lutaya Bhajan Lyrics
जब से तेरे दर पे आया,
तूने इतना प्यार लुटाया,
जब से तेरी शरण में आया,
तूने इतना प्यार लुटाया,
अब तो लगी तुमसे ऐसी लगन,
अब तो लगी तुमसे ऐसी लगन,
सुबह शाम गाता हूँ तेरे भजन,
सुबह शाम गाता हूँ तेरे भजन।।
जीवन की मोह माया में,
जब कोई दर्द सताता है,
नाम तेरा कुछ पल लेने से,
दर्द वो कम हो जाता है,
करूँ तेरे नाम का ही मैं सुमिरण,
करूँ तेरे नाम का ही मैं सुमिरण,
सुबह शाम गाता हूँ तेरे भजन,
सुबह शाम गाता हूँ तेरे भजन।।
तेरे प्यार में हमने मैया,
ऐसा भाग्य पाया है,
अपने घर आँगन में तेरा,
मंदिर एक बनाया है,
हर घड़ी तुमको ही देखे नयन,
हर घड़ी तुमको ही देखे नयन,
सुबह शाम गाता हूँ तेरे भजन,
सुबह शाम गाता हूँ तेरे भजन।।
अब तो मैया इस दुनिया में,
जहाँ कहीं मैं जाता हूँ,
हर जगह हर पल ही तुमको,
अपने संग में पाता हूँ,
सच हो या चाहे ये हो मेरा भरम,
सच हो या चाहे ये हो मेरा भरम,
सुबह शाम गाता हूँ तेरे भजन,
सुबह शाम गाता हूँ तेरे भजन।।
उलझन कैसी भी आ जाये,
बस तुमको ही याद करे,
अपनी हर पीड़ा की ‘अंकुश’,
तुमसे ही फरियाद करे,
मूरत बसी तेरी मेरे नयन,
मूरत बसी तेरी मेरे नयन,
सुबह शाम गाता हूँ तेरे भजन,
सुबह शाम गाता हूँ तेरे भजन।।
जब से तेरे दर पे आया,
तूने इतना प्यार लुटाया,
जब से तेरी शरण में आया,
तूने इतना प्यार लुटाया,
अब तो लगी तुमसे ऐसी लगन,
अब तो लगी तुमसे ऐसी लगन,
सुबह शाम गाता हूँ तेरे भजन,
सुबह शाम गाता हूँ तेरे भजन।।
माँ का दरबार प्रेम, भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है। जब कोई सच्चे मन से माँ के चरणों में आ जाता है, तो वह संसार के सारे दुख-दर्द भूल जाता है। “जब से तेरे दर पे आया, तूने इतना प्यार लुटाया” भजन हमें याद दिलाता है कि माँ के आशीर्वाद से जीवन की हर कठिनाई आसान हो जाती है। अगर आपको यह भजन पसंद आया हो, तो आप माँ के अन्य भजनों को भी सुन सकते हैं और अपनी भक्ति को और प्रगाढ़ बना सकते हैं। जय माता दी!