जब दीप जले मैया तुझे मैं याद करूँ लिरिक्स

जब भी दीप जलता है, वह अंधकार को मिटाकर प्रकाश फैलाता है, और ठीक वैसे ही माँ की भक्ति हमारे जीवन से सभी दुखों और कष्टों को दूर कर देती है। “जब दीप जले मैया तुझे मैं याद करूँ” भजन इसी भाव को दर्शाता है, जहाँ भक्त माँ के प्रेम में डूबकर हर जलते दीपक के साथ उनका स्मरण करता है। आइए, इस भक्तिमय गीत के माध्यम से माँ का स्मरण करें और उनके आशीष की अनुभूति करें।

Jab Deep Jale Maiya Tujhe Main Yad Karu Lyrics

जब दीप जले मैया,
तुझे मैं याद करूँ,
याद करूँ मैं याद करूँ,
याद करूँ मैं याद करूँ,
जब दीप जलें मईया,
तुझे मैं याद करूँ।1।

तुम बिन कैसा जग ये होता,
राजा और महाराजा रोता,
जब सर से उठे छइयां,
तुझे मैं याद करूँ,
जब दीप जलें मईया,
तुझे मैं याद करूँ।2।

तेरी माया तू ही जाने,
मानव तुमको क्या पहचाने,
भव नाव की खिवैया,
तुझे मैं याद करूँ,
जब दीप जलें मईया,
तुझे मैं याद करूँ।3।

रखती सबकी मुंह की लाली,
लक्ष्मी दुर्गा शिव और काली,
पड़ता है जग पइयाँ,
तुझे मैं याद करूँ,
जब दीप जलें मईया,
तुझे मैं याद करूँ।4।

घर घर घट घट वास करे तू,
मुर्दे में भी साँस भरे तू,
गिरते को दे बइयाँ,
तुझे मैं याद करूँ,
जब दीप जलें मईया,
तुझे मैं याद करूँ।5।

जब दीप जले मैया,
तुझे मैं याद करूँ,
याद करूँ मैं याद करूँ,
याद करूँ मैं याद करूँ,
जब दीप जलें मईया,
तुझे मैं याद करूँ।6।

माँ की भक्ति से मन का हर अंधकार मिट जाता है और जीवन में नई रोशनी का संचार होता है। जब दीप जले मैया तुझे मैं याद करूँ भजन माँ के उसी उज्ज्वल आशीर्वाद का प्रतीक है, जो हर भक्त को सही राह दिखाता है। यदि यह भजन आपको माँ की कृपा का एहसास कराता है, तो “ऊँचे पर्वत पे बैठी माँ राह दिखाती है” भजन भी अवश्य सुनें, जिसमें माँ की दिव्यता और उनके मार्गदर्शन की महिमा को सुंदर रूप से दर्शाया गया है।

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