होवे अमृत की बरसात नाचो रे ले हाथों में हाथ लिरिक्स

जब भक्त माँ की भक्ति में डूब जाते हैं, तब उनका हर पल आनंदमय और सुखदायी हो जाता है। होवे अमृत की बरसात, नाचो रे ले हाथों में हाथ भजन भक्तों के प्रेम और माँ की कृपा का अनूठा संगम है। इस भजन में माँ की महिमा का गुणगान किया गया है, जो भक्तों को आध्यात्मिक आनंद और सुख की अनुभूति कराता है। जब माँ की भक्ति में झूमते हुए कदम बढ़ते हैं, तो हर मन श्रद्धा और उल्लास से भर जाता है।

Hove Amrit Ki Barsat Nacho Re Le Hathon Me Hath

आयी आयी दादी आयी,
देखो बाज उठी शहनाई,
होवे अमृत की बरसात,
नाचो रे ले हाथों में हाथ।1।

सजा दरबार है प्यारा,
हुआ सिंगार है प्यारा,
लगाओ जय जयकारा,
हो दादी का,
झूमो सारे लोग लुगाई,
बांटो मेवे और मिठाई,
होवें अमृत की बरसात,
नाचो रे ले हाथों में हाथ।2।

कृपा का भाव संजोती,
जली है पावन ज्योति,
मिलेंगे हीरे मोती,
आशीर्वाद के,
आई मंगल घड़ियाँ आई,
माँ ने ममता खूब लुटाई,
होवें अमृत की बरसात,
नाचो रे ले हाथों में हाथ।3।

दादी की नज़र उतारो,
नून राई तो वारो,
कोई नारियल पधारो,
माँ के स्वागत में,
गावें ‘चोखानी’ बधाई,
दादी दर्शन देने आई,
होवें अमृत की बरसात,
नाचो रे ले हाथों में हाथ।4।

आयी आयी दादी आयी,
देखो बाज उठी शहनाई,
होवे अमृत की बरसात,
नाचो रे ले हाथों में हाथ।5।

माँ की कृपा की अमृत वर्षा जिस भक्त के जीवन में होती है, उसका हर दिन आनंदमय बन जाता है। “होवे अमृत की बरसात, नाचो रे ले हाथों में हाथ” भजन माँ की महिमा को दर्शाने वाला एक भक्तिमय गीत है, जो मन को भक्तिरस से सराबोर कर देता है। अगर यह भजन आपके हृदय को भक्तिमय आनंद से भर गया हो, तो “[दादी खोल दे खजानो, थारा टाबर आया]” जैसे अन्य भजनों को भी जरूर सुनें और माँ की भक्ति में लीन हो जाएँ। जय माता दी! ????✨

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