जब भक्ति और आनंद का संगम होता है, तो माँ के स्वागत में पूरा वातावरण भक्तिमय हो जाता है। हो माडी रमता पधारो माँ गरबे पधारो ना भजन इसी भक्तिभाव को दर्शाता है, जहाँ भक्त माँ को गरबा महोत्सव में आमंत्रित करते हैं और उनके साथ उत्साहपूर्वक नृत्य करना चाहते हैं। माँ की महिमा और गरबा की उमंग मिलकर भक्तों के मन को आलोकित कर देती है। आइए, इस भजन के माध्यम से माँ को गरबा में विराजमान होने का प्रेमपूर्वक निवेदन करें।
Ho Madi Ramta Padharo Maa Garbe Padharo Na
हो माडी रमता पधारो माँ,
हो माँ मोरी गरबे पधारो ना।1।
लाल लाल चुनरी माँ,
माथे ओडन लायो,
माथे ओडन लायो,
माथे ओडन लायो,
हो म्हारी चुनरी अपना जो माँ,
हो माँ मोरी रमता पधारो ना।2।
आसमानी तारा जिन्हा,
कान कुंडल लायो,
कान कुंडल लायो,
कान कुंडल लायो,
हो म्हारा कुंडल अपना जो माँ,
हो माँ मोरी रमता पधारो ना।3।
छम छम करता पायलिया लायो,
पायलिया लायो माँ,
पायलिया लायो,
हो म्हारी पायल अपना जो माँ,
हो माँ मोरी रमता पधारो ना।4।
कुम कुम मेहँदी और हार चडाऊ,
हार चडाऊ माता,
फूल चडाऊ,
मैं तो लायो सोलह सिंगार,
हो माँ मोरी रमता पधारो ना।5।
हो माडी रमता पधारो माँ,
हो माँ मोरी गरबे पधारो ना।6।
माँ जब अपने भक्तों के बीच विराजमान होती हैं, तो हर भक्त उनके चरणों में आनंदित हो उठता है। हो माडी रमता पधारो माँ गरबे पधारो ना भजन माँ के प्रति प्रेम, भक्ति और उत्सव का अद्भुत संगम है। यदि यह भजन आपको माँ की उपस्थिति का अनुभव कराता है, तो “रंग रंगीली चुनर ओढ़ के माँ गरबा में आवजो जी” भजन भी अवश्य करें, जिसमें माँ के स्वागत और गरबा महोत्सव की दिव्यता को सुंदर रूप से प्रस्तुत किया गया है।

मैं मां दुर्गा की आराधना व पूजा-पाठ में गहरी आस्था रखती हूं। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करती हूं और मां दुर्गा से जुड़े शक्तिशाली मंत्र, दिव्य आरती, चालीसा एवं अन्य पवित्र धार्मिक सामग्री भक्तों के साथ साझा करती हूं। मेरा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सही पूजा विधि सिखाना और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित कर कृपा प्राप्त करने में सहायक बनना है। View Profile