हिचकी आवन लागि म्हाने दादी थारे नाम की भजन लिरिक्स

हिचकी आवन लागि म्हाने दादी थारे नाम की भजन एक सुंदर श्रद्धांजलि है, जिसमें भक्ति और प्रेम की गहरी भावना निहित है। यह भजन दादी माँ के प्रति भक्तों की श्रद्धा और उनका विश्वास व्यक्त करता है। जब भक्त अपने दिल में माँ के नाम को लेकर श्रद्धा रखते हैं, तो उनके जीवन में सारी मुश्किलें आसान हो जाती हैं।

Hichaki Aavan Lagi Mhane Dadi Thare Naam Ki Bhajan Lyrics

हिचकी आवन लागि,
म्हाने दादी थारे नाम की,
आसी आसी रे मावड़ली,
म्हारे आँगन आज जी,
म्हारी दादी जी बढ़ासी,
आकर म्हारो मान जी,
आसी आसी रे मावड़ली,
म्हारे आँगन आज जी।।

मेहंदी रचास्या हाथां,
चुड़लो घलास्या,
लाल कुसुमल माँ ने,
चुनड़ी उड़ास्या,
सोणा सोणा हार मंगाया,
माँ के ताई आज जी,
आसी आसी रे मावड़ली,
म्हारे आँगन आज जी।।

जो भी खुवाश्या म्हे तो,
प्रेम सु मख़ासी,
‘वर्षा’ की आस म्हारी,
दादी जी पुरासी,
बुंदिया भुजिया भोग,
बणायो है टाबरिया आज जी,
आसी आसी रे मावड़ली,
म्हारे आँगन आज जी।।

हाथां सु ‘स्वाति’ म्हारी,
दादी ने सजावा,
बनडी बनाके माँ ने,
चौकी पे बिठावा,
‘हर्ष’ चरणा धोक,
लगावा दादी थारे आज जी,
आसी आसी रे मावड़ली,
म्हारे आँगन आज जी।।

हिचकी आवन लागि,
म्हाने दादी थारे नाम की,
आसी आसी रे मावड़ली,
म्हारे आँगन आज जी,
म्हारी दादी जी बढ़ासी,
आकर म्हारो मान जी,
आसी आसी रे मावड़ली,
म्हारे आँगन आज जी।।

“हिचकी आवन लागि म्हाने दादी थारे नाम की” भजन में दादी माँ के नाम की शक्ति और भक्तों के प्रति उनकी कृपा का उल्लेख किया गया है। यह भजन हमें यह सिखाता है कि माँ के नाम का स्मरण करने से हमारी आत्मा को शांति मिलती है और हमारे जीवन में हर कठिनाई आसान हो जाती है। अगर आपको यह भजन पसंद आया, तो आप अन्य भजनों का भी आनंद ले सकते हैं जैसे “माँ के आशीर्वाद से”, “दादी माँ की महिमा”, और “माँ की कृपा से”। माँ की आशीर्वाद से हमारा जीवन सफल और खुशहाल हो, जय माँ दादी!

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