ज्ञान की ज्योति जगा देना भजन लिरिक्स

ज्ञान की ज्योति जगा देना भजन माँ दुर्गा से प्रार्थना है कि वह अपने भक्तों के जीवन में ज्ञान, विवेक और समझ की ज्योति जगाएं। यह भजन उन भक्तों की आस्था और श्रद्धा को दर्शाता है, जो जीवन के अंधकार से बाहर निकलने और सही मार्ग पर चलने के लिए माँ से मार्गदर्शन की उम्मीद रखते हैं। माँ की कृपा से ही जीवन में सही दिशा मिलती है और हर कठिनाई का समाधान मिलता है।

Gyan Ki Jyoti Jaga Dena Bhajan Lyrics

वीणावादिनी ज्ञान की देवी,
अपनी दया बरसा देना,
मेरे सिर पर हाथ धरो माँ,
ज्ञान की ज्योति जगा देना,
ज्ञान की ज्योंति जगा देना।।

तू सारे संगीत सँवारे,
रागों में आभास तेरा,
साजो की आवाज तुझी से,
सारे सुरों में वास तेरा,
राग रागिनी मेरी सरगम,
इनको और खिला देना,
मेरे सिर पर हाथ धरो माँ,
ज्ञान की ज्योंति जगा देना।।

ग्रंथो के हर एक पन्ने पर,
तू ही शब्द सजाती है,
कलम थमा के तू कवियों से,
प्यारे गीत लिखाती है,
चलती रहे बस मेरी लेखनी,
इतना योग्य बना देना,
मेरे सिर पर हाथ धरो माँ,
ज्ञान की ज्योंति जगा देना।।

तेरी कृपा से कला निखरती,
रंग खिले तस्वीरों में,
तू सतरंगी जीवन कर दे,
रंग भरे तकदीरों में,
जग में ऊंचा नाम रहे माँ,
ऐसी युक्ति लगा देना,
मेरे सिर पर हाथ धरो माँ,
ज्ञान की ज्योंति जगा देना।।

जब जब बोलूं कोई वाणी,
अमृत ​​की बौछार लगे,
मधुर वचन हर मन को भाए,
वीणा की झंकार लगे,
कंठ बसो हे मात शारदे,
मीठे बोल सीखा देना,
मेरे सिर पर हाथ धरो माँ,
ज्ञान की ज्योंति जगा देना।।

वीणावादिनी ज्ञान की देवी,
अपनी दया बरसा देना,
मेरे सिर पर हाथ धरो माँ,
ज्ञान की ज्योति जगा देना,
ज्ञान की ज्योंति जगा देना।।

Singer – Pamela Jain

“ज्ञान की ज्योति जगा देना” भजन में माँ दुर्गा से एक दिव्य आशीर्वाद की कामना की जाती है, ताकि भक्त अपने जीवन को सही दिशा में आगे बढ़ा सके। जैसे अन्य भजनों में, जैसे “शेरावाली को मनाने हम भी आए है” और “हिमगिरि सुता रूप जगदम्बा,” माँ के ज्ञान और आशीर्वाद की शक्ति को महसूस किया जाता है। इन भजनों में माँ दुर्गा के साथ भक्तों की गहरी आस्था और विश्वास प्रकट होता है। माँ की कृपा से हम अपने जीवन में ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं और हर संघर्ष को पार कर सकते हैं। जय माँ दुर्गा! ????

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