द्वार मैया के रोज तुम आते रहो भजन लिरिक्स

द्वार मैया के रोज तुम आते रहो यह भजन माँ भगवती के चरणों में नियमित भक्ति और समर्पण की भावना को दर्शाता है। जब भक्त प्रतिदिन माँ के दरबार में हाजिरी लगाते हैं, तो उनके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का संचार होता है। माँ की कृपा से हर संकट दूर होता है और भक्तों का जीवन मंगलमय बनता है। यह भजन माँ से जुड़े रहने और उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने की प्रेरणा देता है।

Dwar Maiya Ke Roj Tum Aate Raho Bhajan Lyrics

द्वार मैया के रोज,
तुम आते रहो,
काम बिगड़े सभी तेरा,
सुधार जाएगा,
मन से मैया को गर पुकारो कभी,
जो खजाने है खाली वो भर जाएंगे।।

अम्बे मैया की भक्ति है सबसे सरल,
जो किसी देव देवी में पाई नही,
कौन ऐसा अभागा है संसार मे,
जो की जगदम्बे की महिमा गाई नही,
सोचने में समय तेरा जाता रहा,
तो सुहाने ये पल भी गुज़र जाएंगे,
मन से मैया को गर पुकारो कभी,
जो खजाने है खाली वो भर जाएंगे।।

जिनके होठो पे अम्बे का उच्चार है,
उनके जीवन मे देखा चमत्कार है,
उनको के चरणों मे जा अब देरी न कर,
वो ही दातार सच्चा मददगार है,
सबकी बिगड़ी बनाती है मैया सदा,
तेरे बिगड़ी को क्या के वो मुकर जाएंगे,
मन से मैया को गर पुकारो कभी,
जो खजाने है खाली वो भर जाएंगे।।

द्वार मैया के रोज,
तुम आते रहो,
काम बिगड़े सभी तेरा,
सुधार जाएगा,
मन से मैया को गर पुकारो कभी,
जो खजाने है खाली वो भर जाएंगे।।

माँ भगवती की भक्ति में लीन रहना ही सच्ची साधना है। जो भी उनके द्वार पर आकर नमन करता है, उसकी हर मनोकामना पूरी होती है। अगर आप और भी भजनों से माँ के चरणों में समर्पित होना चाहते हैं, तो “माँ तेरे दरबार झुके सारा संसार” और “सज धज के बैठी मंदिर में भक्तों को मैया हरसावे” जैसे भजनों को अवश्य पढ़ें और माँ की कृपा प्राप्त करें। जय माता दी!

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