भक्त के हृदय में जब माँ के दर्शन की तीव्र लालसा होती है, तो वह हर हाल में उनके पावन द्वार तक पहुँचने का संकल्प लेता है। दिल में अरमान है माँ, द्वार तेरे आऊँ मैं भजन इसी गहरे भाव को प्रकट करता है, जहाँ भक्त माँ से मिलने की प्रबल इच्छा लिए, श्रद्धा और प्रेम से भरे मन के साथ उनके दरबार की ओर बढ़ता है। यह भजन माँ की भक्ति की उस सच्ची पुकार को दर्शाता है।
Dil Me Arman Hai Maa Dvara Tere Aau Main
दिल में अरमान है माँ,
द्वार तेरे आऊँ मैं,
बैठ चरणों में तेरा गीत,
सदा गाऊँ मैं।1।
मन में उठती है तरंगे,
तेरा दरशन होगा,
शुभ घड़ी कब आयेगी,
माँ-सुत का मिलन होगा,
तेरी ममता से भरे गोद में,
सुख पाऊँ मैं,
बैठ चरणों में तेरा गीत,
सदा गाऊँ मैं।2।
तेरी बगिया में गृहस्थी,
मेरी संवरती रहे,
तेरी किरपा मेरे ऊपर,
सदा बरसती रहे,
है तमन्ना मेरे मन में,
तुझे ही ध्याऊँ मैं,
बैठ चरणों में तेरा गीत,
सदा गाऊँ मैं।3।
मेरी ममतामयी जननी,
दया का सागर है,
मेरी भक्ति भी माँ के नाम,
से उजागर है,
दर्श मिलता रहे मन को,
यही समझाऊँ मैं,
बैठ चरणों में तेरा गीत,
सदा गाऊँ मैं।4।
ये जगजननी सभी के दिल की,
हर इक साँस में है,
जब भी महसूस करो मां तो,
उसके पास में है,
कहे ‘परशुराम’ कहीं और,
नहीं जाऊँ मैं,
बैठ चरणों में तेरा गीत,
सदा गाऊँ मैं।5।
दिल में अरमान है माँ,
द्वार तेरे आऊँ मैं,
बैठ चरणों में तेरा गीत,
सदा गाऊँ मैं।6।
माँ का द्वार भक्तों के लिए सबसे पावन स्थान होता है, जहाँ हर मनोकामना पूरी होती है और हर दुख दूर हो जाता है। “दिल में अरमान है माँ, द्वार तेरे आऊँ मैं” भजन माँ की इसी कृपा को व्यक्त करता है। यदि यह भजन आपकी भक्ति को और प्रगाढ़ करता है, तो “मैया, मन खो गया है मेरा तेरे ऊँचे पहाड़ों में” भजन भी अवश्य करे, जिसमें भक्त माँ के दिव्य धाम और उनके पवित्र स्वरूप में पूरी तरह लीन हो जाता है।

मैं मां दुर्गा की आराधना व पूजा-पाठ में गहरी आस्था रखती हूं। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करती हूं और मां दुर्गा से जुड़े शक्तिशाली मंत्र, दिव्य आरती, चालीसा एवं अन्य पवित्र धार्मिक सामग्री भक्तों के साथ साझा करती हूं। मेरा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सही पूजा विधि सिखाना और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित कर कृपा प्राप्त करने में सहायक बनना है। View Profile