दर्शन की प्यासी नजरिया मैया लीजे खबरिया लिरिक्स

दर्शन की प्यासी नजरिया मैया लीजे खबरिया भजन में भक्त माँ दुर्गा के दर्शन की तीव्र इच्छा को व्यक्त करते हैं। इस भजन में भक्त अपनी भावनाओं और श्रद्धा से माँ से यह प्रार्थना करते हैं कि वह उन्हें अपनी दिव्य दृष्टि और आशीर्वाद से भर दे। यह भजन भक्त के मन की गहरी पुकार है, जो माँ के दर्शन के लिए बेताब है, और माँ के अद्वितीय रूप की महिमा का गान करता है।

Darshan Ki Pyasi Najariya Maiya Lije Khabariya Lyrics

दर्शन की प्यासी नजरिया,
मैया लीजे खबरिया।।

खप्पर वाली माँ जगदम्बा,
चंडी ज्वाला अम्बा अम्बा,
ओढ़े लाल चुनरिया,
मैया लीजे खबरिया।।

रण में महिषासुर को मारे,
माँ का शेरा जब हुंकारे,
दीखे लाल नज़रिया,
मैया लीजे खबरिया।।

खंज़र चक्र त्रिशूल संभाले,
लाल नयन और जीभ निकाले,
चुनरी रंग केसरिया,
मैया लीजे खबरिया।।

गाते गुण माँ भगत तुम्हारे,
आन बसों माँ हृदय हमारे,
‘राजेन्द्र’ की सुनलो अरज़िया,
मैया लीजे खबरिया।।

दर्शन की प्यासी नजरिया,
मैया लीजे खबरिया।।

गीतकार/गायक – राजेन्द्र प्रसाद सोनी।

“दर्शन की प्यासी नजरिया मैया लीजे खबरिया” भजन में माँ दुर्गा की उपस्थिति को लेकर भक्तों का गहरा विश्वास और प्रेम दर्शाया गया है। जैसे ही भक्त माँ के दर्शन की ओर आकर्षित होते हैं, उनकी जीवन की सभी बाधाएँ और समस्याएँ दूर हो जाती हैं। यह भजन माँ के अन्य भजनों जैसे “शेरावाली का लगा है दरबार” और “जय जय हे लक्ष्मी माता” से भी जुड़ा हुआ है, जहां माँ के दर्शन से ही हर संकट का निवारण होता है। भक्तों की आँखों में हर पल माँ के दर्शन की जो प्यासी नजर है, वही उन्हें माँ के करीब लाती है। माँ की कृपा से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है। जय माता दी! 🙏

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