दर्शन दे दो माँ एक बार

भक्त का मन जब माँ की भक्ति में डूब जाता है, तो वह उनके दिव्य दर्शन की अभिलाषा करता है। दर्शन दे दो माँ एक बार भजन इसी भक्तिपूर्ण भावना को दर्शाता है, जहाँ भक्त अपनी पूरी श्रद्धा के साथ माँ से प्रार्थना करता है कि वे उसे अपने दर्शन देकर धन्य करें। माँ के दर्शन मात्र से जीवन की समस्त कठिनाइयाँ समाप्त हो जाती हैं और मन को असीम शांति प्राप्त होती है। आइए, इस भजन के माध्यम से माँ की कृपा और सानिध्य का अनुभव करें।

Darshan De Do Maa Ek Bar

दर्शन दे दो माँ एक बार,
आ जाओ माँ शेरा वाली,
आ जाओ माँ शेरा वाली,
क्यों करती लाचार,
दर्शन देदो मां एक बार।1।

मै सेवक नादान आप का,
भरा हुआ संसार पाप का,
एक पल भी ना पार बसाती,
कोई नहीं यहाँ मेरा साथी,
दिखला अपनी शान निराली,
कर मेरा उद्धार,
दर्शन देदो मां एक बार।2।

जीवन में है घोर अधेरा,
पल पल मुझ को गम ने घेरा,
आचल की छंईया माँ कर दे,
मेरे सर पे हाथ तू धर दे,
दूर हटा ये गम की बदली,
हो कर शेर सवार,
दर्शन देदो मां एक बार।3।

तू है माँ बडी भोली भाली,
भरती सब की झोली खाली,
दया तेरी जो माँ हो जाए,
मेरी भी किसमत जग जाए,
मैने भी तेरी सेवा ठाली,
ले चल परली पार,
दर्शन देदो मां एक बार।4।

कण कण तेरा नूर माँ छाया,
कितना सुन्दर जगत रचाया,
ऋषि देवता सब गुण गाए,
बृह्मा विष्णु शिव हरषाए,
सुरेन्द्र सिंह बन आया सवाली,
खड़ा माँ तेरे द्वार,
दर्शन देदो मां एक बार।5।

दर्शन दे दो माँ एक बार,
आ जाओ माँ शेरा वाली,
आ जाओ माँ शेरा वाली,
क्यों करती लाचार,
दर्शन देदो मां एक बार।6।

माँ अपने भक्तों की पुकार को कभी अनसुना नहीं करतीं और सच्चे मन से बुलाने पर अवश्य दर्शन देती हैं। “दर्शन दे दो माँ एक बार” भजन माँ की इसी कृपा और भक्तों की अटूट आस्था को दर्शाता है। यदि यह भजन आपको माँ की भक्ति में लीन कर देता है, तो “मैंने जब से मनाई शेरावाली, मेरे घर में है हर दिन दिवाली” भजन भी अवश्य करे, जो माँ की उपासना से जीवन में आने वाली खुशियों का सुंदर वर्णन करता है।

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