Chunariya Maat Bhawani Ki Maine Jaipur Se Mangwai Lyrics
चुनरिया मात भवानी की,
मैंने जयपुर से मंगवाई,
जयपुर से रंगवाई री,
रंगरेजे से रंगवाई,
चुनरीया मात भवानी की,
मैंने जयपुर से मंगवाई।।
लाल जमी केसरिया धारी,
ऊपर गोटा जड़ी किनारी,
क्या शोभा प्रेम निशानी की,
मैंने जयपुर से मंगवाई,
चुनरीया मात भवानी की,
मैंने जयपुर से मंगवाई।।
भाव के बूटे न्यारे न्यारे,
निर्मल मन के नक़्शे डारे,
है चमक ज्योत नूरानी की,
मैंने जयपुर से मंगवाई,
चुनरीया मात भवानी की,
मैंने जयपुर से मंगवाई।।
ब्रम्ह वेद नारद की वीणा,
श्याम की बंशी ने जादू कीन्हा,
क्या छटा रामधन पाणी की,
मैंने जयपुर से मंगवाई,
चुनरीया मात भवानी की,
मैंने जयपुर से मंगवाई।।
चमके सूरज चाँद सितारे,
‘किशन’ ‘विमल’ संग भक्ता सारे,
निरखे जग कल्याणी की,
मैंने जयपुर से मंगवाई,
चुनरीया मात भवानी की,
मैंने जयपुर से मंगवाई।।
चुनरिया मात भवानी की,
मैंने जयपुर से मंगवाई,
जयपुर से रंगवाई री,
रंगरेजे से रंगवाई,
चुनरीया मात भवानी की,
मैंने जयपुर से मंगवाई।।
माँ की महिमा अपरंपार है, और उनकी भक्ति से जीवन संवर जाता है। यदि आपको यह भजन पसंद आया हो, तो माँ की कृपा पाने के लिए और भी भक्ति भजन सुनें और उनका आनंद लें। आप शेरावाली माँ के अन्य भजन या माता रानी के जागरण गीत भी पढ़ सकते हैं। माँ का आशीर्वाद सदा हम सब पर बना रहे, जय माता दी!

मैं मां दुर्गा की आराधना व पूजा-पाठ में गहरी आस्था रखती हूं। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करती हूं और मां दुर्गा से जुड़े शक्तिशाली मंत्र, दिव्य आरती, चालीसा एवं अन्य पवित्र धार्मिक सामग्री भक्तों के साथ साझा करती हूं। मेरा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सही पूजा विधि सिखाना और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित कर कृपा प्राप्त करने में सहायक बनना है। View Profile