छमा छम नाचे कालका माता भजन लिरिक्स

छमा छम नाचे कालका माता भजन माँ कालका की महिमा का गुणगान करता है। यह भजन भक्तों के हृदय में भक्ति और श्रद्धा का संचार करता है, जब वे माँ के दरबार में आकर उनके चरणों में नतमस्तक होते हैं। माँ कालका अपने भक्तों की हर विपदा हरने वाली और उन्हें शक्ति प्रदान करने वाली हैं।

Chhama Chham Nache Kalka Mata Bhajan Lyrics

भरने को खप्पर खून से,
बिखरा के काले बाल,
छमा छम नाचे कालका,
छमा छम नाचें कालका।।

किलकारी मारे जोर से,
किलकारी मारे जोर से,
कर गुस्से में नैना लाल,
छमा छम नाचें कालका।।

तलवार को लेकर हाथ में,
तलवार को लेकर हाथ में,
और रूप बना विकराल,
छमा छम नाचें कालका।।

लटका कर बाहर जीभ को,
लटका कर बाहर जीभ को,
सुन ढोल नगाड़ों की ताल,
छमा छम नाचें कालका।।

कहे राज अनाड़ी देखकर,
कहे राज अनाड़ी देखकर,
हुआ दुश्मन दल बेहाल,
छमा छम नाचें कालका।।

भरने को खप्पर खून से,
बिखरा के काले बाल,
छमा छम नाचे कालका,
छमा छम नाचें कालका।।

गायक / प्रेषक – सागर सांवरिया।

माँ कालका की भक्ति से हर संकट टल जाता है और जीवन में सुख-समृद्धि का संचार होता है। जब भक्त प्रेमपूर्वक उनका स्मरण करते हैं, तो माँ उनकी रक्षा करती हैं और उन्हें अपने आशीर्वाद से कृतार्थ करती हैं। यदि यह भजन आपको भक्ति-भाव से भर देता है, तो “शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये” और “बच्चों से कभी मैया यूँ रहती दूर नहीं” जैसे अन्य भजनों को भी अवश्य सुनें और माँ की महिमा का गुणगान करें। जय माता दी! 🙏🚩

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